उत्तर प्रदेश

संक्रामक रोगों से बचाव के लिए संचारी रोग अभियान का शुभारंभ, जागरूकता रैली निकाली

सीएमओ ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, घर-घर जाएंगी आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
रैली में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी व छात्र-छात्राएं रहे मौजूद, जागरूकता वाले नारे लगाए

आगरा, जिले में वेक्टर जनित रोगों व संचारी रोगों पर नियंत्रण व संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ हुआ। मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ.अरुण कुमार श्रीवास्तव ने जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान रैली में शामिल छात्रों व स्वास्थ्य कर्मियों ने जागरूकता परक नारे लगाए।

आगरा कालेज के क्रीड़ांगन स्थल से रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया गया। विभिन्न मार्गों से होते हुए रैली सुभाष पार्क पर समाप्त हुई। सीएमओ डॉ.अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि अभियान में स्वास्थ्य विभाग के साथ पंचायती राज विभाग, नगर निकाय विभाग, पशुपालन, एकीकृत बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग (आईसीडीएस) और कृषि विभाग समेत विभिन्न सहयोगी विभाग और संस्थाएं एक साथ मिलकर बीमारियों से बचाव को सहयोग करेंगी। इसी क्रम में 16 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की टीम घर-घर दस्तक देकर बुखार, कुपोषित बच्चों, टीबी, फाइलेरिया और कुष्ठ के मरीजों की सूची तैयार कर विभाग को उपलब्ध कराएंगी।

सीएमओ ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत स्वच्छता पर फोकस किया जाएगा। इससे बीमारियों से बचाव होगा। इस कार्य में अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका रहेगी । स्वास्थ्य कार्यकर्ता लोगों तक संदेश पहुंचाकर सफाई के सभी उपाय कर बीमारियों से बचाव के बारे में जागरूक करेंगे।

सीएमओ ने बताया कि लोगों के जीवन की रक्षा करने में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका है। सभी को समुदाय के विश्वास पर खरा उतरना है। सभी सरकारी अस्पतालों पर बुखार के इलाज की सुविधा उपलब्ध है, जिससे लोगों को घर के नजदीक त्वरित इलाज मिल रहा है। अभियान के दौरान यह जानकारी भी स्वास्थ्य कार्यकर्ता जन-जन तक पहुंचाएंगे।

वेक्टर बोर्न डिजीज के नोडल अधिकारी डॉ.सुरेंद्र मोहन प्रजापति ने बताया कि बरसात में जलभराव होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। नालियों में पानी जमा न होने दें, झाड़ियों को काटकर सफाई करें व घर में भी कहीं भी साफ पानी जमा न होने दें। उन्होंने कहा कि बच्चों को भी स्वच्छता का व्यवहार सिखाएं और किसी भी प्रकार का बुखार हो तो अस्पताल के चिकित्सक से ही इलाज कराएं। बिना डॉक्टर की सलाह के दवा का सेवन नहीं करें। बुखार के लक्षण नजर आने पर अस्पताल जाने के लिए आशा कार्यकर्ता की मदद से या स्वयं 108 नंबर पर फोन कर एम्बुलेंस सेवा ली जा सकती है।

जिला मलेरिया अधिकारी नीरज कुमार ने कहा कि अभियान के तहत टीम घर-घर जाकर फॉलोअप लेंगी। रैली में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव वर्मन, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पी.के.शर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुकेश गुप्ता, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.के.राहुल, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पियूष जैन, नगर निगम से जैड.एस.ओ. इन्द्रजीत सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, वी.बी.डी. डॉ. सुरेन्द्र मोहन प्रजापति, जिला मलेरिया अधिकारी नीरज कुमार, जिला सूचना अधिकारी शैलेंद्र शर्मा, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, यूनिसेफ संस्था के डीएमसी राहुल कुलश्रेष्ठ, ब्लॉक मोबिलाइजेशन कोऑर्डिनेटर (बीएमसी) धर्मवीर सिंह, शाहिना परवीन, रोजी परवीन, अरुण यादव, सीफार संस्था की प्रतिनिधि राना बी, एम्बेड संस्था के डी.सी. मोहित शर्मा, बीसीसीएफ वर्कर, डीबीसी वर्कर सहित अन्य समस्त 11 विभागों के अधिकारी और कर्मचारियों व विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों एवं आशा/ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एनसीसी कैडेट्स भी मौजूद रहे ।

रुई की मंडी कार्यक्षेत्र की आशा कार्यकर्ता नीलम ने बताया है कि अभियान के दौरान हमें विशेष तौर पर बुखार के मरीजों पर ध्यान रखना है l अगर तीन दिन से अधिक किसी को बुखार आ रहा है तो उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जांच के लिए भेजना है, साथ ही दो हफ्ते से ज्यादा बुखार, खांसी आ रही है और खांसी में बलगम आ रहा है तो उन्हें टीबी यूनिट भेजना है। अभियान के दौरान सामुदायिक बैठक कर साफ-सफाई के बारे में जानकारी देंगे और मच्छरों से बचाव के लिए सभी को जागरूक भी करेंगे।


मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.अरुण श्रीवास्तव ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि नगर विकास, पशु पालन विभाग, पंचायती राज विभाग, समाज कल्याण विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, दिव्यांग कल्याण विभाग, कृषि एवं सिचाई विभाग, शिक्षा विभाग, सूचना विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इस अभियान के दौरान साफ-सफाई, झाडियों की कटाई, तालाबों की सफाई एण्टीलार्वा छिडकाव एवं फॉगिंग, शुद्ध पेय जल, पुष्टाहार स्कूलों में बच्चों को स्वास्थ्य शिक्षा तथा सभी दिव्यांग बच्चों को शतप्रतिशत आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराये जाने सहित स्वास्थ्य विभाग की समस्त गतिविधियों के पूर्ण प्रतिवद्धता के साथ संचालित करने के दिशा निर्देश दिये।