आगरा। कलेक्ट्रेट में स्थित अभिलेखागार व ई0आर0के0 पटल का जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी ने गुरुवार को औचक निरीक्षक किया। जिलाधिकारी सर्वप्रथम राजस्व अभिलेखागार में पहुंचे तथा वहां पर उपस्थित कर्मचारियों तथा अभिलेखों के रख रखाव कार्यों का निरीक्षण किया, जिसमें मौजा की फाइलों की जांच कर तहसीलवार पत्रावली बनाये जाने एवं पत्रावलियों के रख-रखाव हेतु क्रमांक वाइज मैप बनाकर लगाये जाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने विभिन्न ग्रामसभा की फाइलें देखी, जिसमें 06 साल से खतौनी जमा न होने व खतौनी जमा करने की सूची न बनाये जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए किस-किस मौजे की अभी तक खतौनी जमा नही हुई है की सूची बनाये जाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी महोदय ने अपर जिलाधिकारी (वि/रा0) श्री यशवर्धन श्रीवास्तव को अभिलेखागार के सभी समुचित अभिलेखों का रख रखाव व सूची सुव्यवस्थित करने हेतु निर्देशित किया।
उन्होंने अभिलेखों का गलत रख-रखाव व मौजा नम्बर पेन से लिखे जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी अभिलेखों पर पर्ची बनाकर लगाये जाने एवं अव्यवस्थित पड़े दस्तावेजों को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने वहां उपस्थित कर्मचारियों से चकबंदी के अभिलेखों का रख-रखाव, साफ-सफाई हेतु दवाओं का छिड़काव, कोई व्यक्ति यदि नकल लेने आता है तो उसे नकल कैसे जारी करना है, इत्यादि के बारे में विस्तार से जानकारी ली, जिस पर बताया गया कि आवेदन पेटी से निकालकर कम्प्यूटर में दर्ज होने के बाद नकल जारी की जाती है, जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि एक सप्ताह से अधिक पेंडेंसी नही होनी चाहिए।
तत्पश्चात जिलाधिकारी ने ई0आर0के0 पटल पहुंचे वहां पर उन्होंने दैनिक डाक पंजिका को देखा तथा डिस्पैच रजिस्टर पर रिसीव कराने व प्राप्त शिकायत प्रपत्रों की पंजिका में रिसिविंग सही तरह से न बनाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए एसीएम प्रथम को शिकायत पंजिका को व्यवस्थित ढंग से यथा क्रमांक, नाम, मो0नं0 व हस्ताक्षर अंकित करते हुए बनाये जाने के निर्देश दिए।