लखनऊ। शहीद अग्निवीर अमृतपाल सिंह के शव को सैन्य प्रोटोकॉल नहीं दिया जाना साबित करता है कि मोदी सरकार अग्निवीरों को स्थायी सैनिकों के बराबर सम्मान नहीं दे रही है। सरकार के इस रवैय्ये से अग्निवीरों में निराशा फैलेगी जिसका सीधा असर देश की सुरक्षा पर पड़ेगा।
ये बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 118 वीं कड़ी में कहीं। वो पंजाब के शहीद अग्निवीर अमृतपाल सिंह के मुद्दे पर बात कर रहे थे जो पिछले दिनों कश्मीर में शहीद हो गए थे लेकिन उनके मृत शरीर को सेना का प्रोटोकॉल नहीं दिया गया और शव भी प्राइवेट वाहन से पहुंचाया गया। उनके अंतिम संस्कार में भी सेना का प्रतिनिधित्व नहीं था।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अग्निवीर योजना के लागू किए जाते समय ही कांग्रेस पार्टी ने यह आशंका व्यक्त की थी कि मोदी सरकार इन अस्थायी और स्थायी सैनिकों को एक बराबर का सम्मान नहीं देगी। अमृतपाल प्रकरण ने उस आशंका को सही साबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना इस देश की सुरक्षा और देश के युवाओं के साथ सबसे बड़ा मज़ाक साबित हो रहा है। जिसे सरकार ने युवाओं, पूर्व सैनिकों और रक्षा विशेषज्ञों के भारी विरोध के बावजूद लागू किया था।
उन्होंने कहा कि 2024 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद अग्निवीरों को स्थायी कर दिया जाएगा और उन्हें और उनके परिवारों को वो सभी सुविधाएं दी जायेंगी जो स्थायी सैनिकों को दी जाती हैं।