लखनऊ। अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा है कि समाजवादी पार्टी ने अगर आज़म खान के मुद्दे पर आक्रामक रवैय्या अपनाया होता तो योगी सरकार उन्हें जेल भेजने का साहस नहीं कर पाती। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि जिस भी जाति और धर्म के लोग भाजपा का विरोध करते हैं उन्हें जेल भेज दिया जाता है। आज़म खान सपा के मुखर भाजपा विरोधी नेता हैं इसीलिए उन्हें जेल जाना पड़ा।
शाहनवाज़ आलम ने कांग्रेस मुख्यालय से जारी बयान में कहा कि अगर समाजवादी पार्टी आज़म खान के पहली बार जेल भेजे जाने पर ही सड़कों पर उतर गयी होती तो उनके साथ ऐसा अन्याय करने का साहस भाजपा सरकार नहीं कर पाती। ऐसा नहीं होने पर सरकार की नज़र में आज़म खान और उनका परिवार एक सॉफ्ट टार्गेट बन गया। योगी सरकार को लगा कि जब उनकी पार्टी ही उनके लिए नहीं लड़ रही है तो उन्हें निपटाना आसान है।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि जिस भी जाति और धर्म के नेता भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ़ खुलकर बोलते हैं उन्हें सरकार जेल भेज देती है। इसमें योगी सरकार दलित, अगड़ा- पिछड़ा, हिंदू और मुसलमान कुछ नहीं देखती। पूरे प्रदेश ने देखा कि कैसे बनारस प्रशासन ने एक विरोध प्रदर्शन के मामले में 82 में से सिर्फ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को छोड़ कर बाकी 81 लोगों पर से मुकदमा हटा लिया। उन्होंने कहा कि इसी वजह से हर जाति, धर्म और वर्ग के लोग भाजपा सरकार के खिलाफ़ कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के नेतृत्व में एकजुट हो रहे हैं।