द्विशताब्दी समारोह को जन-जन तक पहुंचाने पर हुई चर्चा
आगरा कॉलेज पुरातन छात्रों की वृहद बैठक में पहुंची शहर की शख्सियतें
अंतरराष्ट्रीय कवि सोम ठाकुर की अध्यक्षता में पूर्व छात्रों से मांगे गए सुझाव
आगरा। ब्रिटिश शासनकाल में ग्वालियर रियासत के राजपुरोहित रहे पंडित गंगाधर शास्त्री के नाम पर आगरा कॉलेज में एक अध्ययन विद्यापीठ की स्थापना कराये जाने का सपना प्राचार्य प्रो. अनुराग शुक्ला ने देखा है। कॉलेज की स्थापना के 200 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित द्विशताब्दी समारोह को जन-जन तक पहुंचाने, उसमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर आभा बिखेरने वाले अपने पुराने छात्रों को भी सहेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इस संबंध में शुक्रवार को आगरा कॉलेज परिसर स्थित प. गंगाधर शास्त्री भवन में कॉलेज के पूर्व छात्रों की एक विस्तृत बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में पूर्व छात्रों को संबोधित करते हुए कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अनुराग शुक्ला ने सभी से कॉलेज के 200 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को वृहद स्तर पर बनाए जाने के बाबत सुझाव मांगे।
वयोवृद्ध पूर्व छात्र केके पालीवाल ने एक कमेटी बनाए जाने का सुझाव दिया, सेवानिवृत आईएएस शशिकांत शर्मा ने गांधीजी के आगमन को लेकर संस्मरण सुनाया, डॉ जेके पाठक ने बताया कि उस वक्त पढ़ाई का स्तर उच्च कोटि का हुआ करता था।
डॉ उमेश चंद्रा ने कॉलेज को डीम्ड यूनिवर्सिटी या सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाए जाने के प्रयास का सुझाव दिया। डीजीसी बसंत गुप्ता ने दृढ़ संकल्प के साथ एक टीम बनाये जाने की वकालत की। बबीता चौहान ने कार्यक्रम को 6 महीने तक चलाये जाने का सुझाव दिया। रेस्पेक्ट एज के डॉ गिरीश गुप्ता ने कॉलेज के इतिहास के लिए एक ऐसा एजेंडा तैयार करने के लिए कहा जिससे भविष्य की पीढ़ी लाभान्वित हो सके। ग्रुप कैप्टन केजेएस चौहान ने कार्यक्रम में देश-विदेश के एल्यूमिनी को जोड़ने, साथ में उन एल्यूमिनी से देश के कोने-कोने की मिट्टी लेकर आने की सलाह दी। उस मिट्टी से यहां एक द्विशताब्दी स्तंभ बनाए जाने का सुझाव दिया। निजी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुनील जैन कहा कि यहां ईंटें तो हैं पर हमें इंसान बनाना चाहिए, सुझाव दिया कि एक डॉक्यूमेंट विजन बनाया जाए जिसमें 200 वर्षों का इतिहास समाहित हो। जेएस फौजदार ने कहा कि पूर्व छात्र बौद्धिक एवं आर्थिक रूप से सहयोग कर सकते हैं।
बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि सोम ठाकुर ने की। कार्यक्रम संयोजक प्रो मनोज कुमार रावत ने बैठक की भूमिका रखते हुए अतिथियों का स्वागत किया व संचालन प्रो अमित अग्रवाल ने किया।
बैठक में सर्वश्री कर्नल सीके सिंह, हरीश बत्रा, शशि शिरोमणि, मेजर आरके सिंह, रणवीर शर्मा, शिवकुमार गुप्ता, हरीश चमटी, डा ओपी तनेजा ने भी अपने सुझाव दिए।
डा एससी गोयल, डा भारती अरविंद, डा जेएस यादव, प्रो दीपा रावत, प्रो सुनीता रानी घोष, बलदेव भटनागर, रामबाबू वर्मा, अखिलेश दुबे, डा आरके अवस्थी, आनंद गुप्ता, डा भूपेंद्र सिंह, प्रो प्रीति अग्रवाल, राजेश कुलश्रेष्ठ, डा एसके त्यागी, प्रो विवेक भटनागर, डा रिजु निगम, प्रो आशीष कुमार, प्रो नीरा शर्मा, डा शरद भारद्वाज, डा जयश्री भारद्वाज, प्रो विश्वकांत गुप्ता, डा अमित चौधरी, डा चंद्रवीर सिंह, डा सपना तोमर, डा आरएस इंदोलिया, डा श्याम गोविंद, डा सत्यदेव शर्मा, डा केशव सिंह, डा सैयद अहमद, डा श्याम गोविंद, विनोद आहूजा, डा अनुराग पालीवाल, डा श्याम सुंदर चौहान, सईद अहमद, डा जीनेश कुमार सिंह, आनंद गुप्ता, बलवीर सिंह, शाहतोश आदि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त करतार सिंह, पी एस ओबेराय एवं केशव चंद्र गोपीचंद केसवानी में सुमधुर गीत प्रस्तुत किये।