इस मुद्दे पर सपा के मुस्लिम नेताओं की चुप्पी पूरे मुस्लिम समुदाय का अपमान है
लखनऊ। अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा है कि आज़म खान के परिवार की महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने वाले को प्रवक्ता बना दिये जाने पर सपा के मुस्लिम नेताओं की चुप्पी पूरे मुस्लिम समाज को शर्मिंदा करने वाली हरकत है। सपा के मुस्लिम सांसदों और विधायकों को इस मुद्दे पर निडर होकर अखिलेश यादव जी से बात करनी चाहिए क्योंकि हो सकता है खुद अखिलेश जी के संज्ञान में यह बात न हो।
कांग्रेस मुख्यालय से जारी बयान में शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुरादाबाद के सपा सांसद एसटी हसन पर तो आज़म खान के व्यक्तिगत एहसान रहे हैं। उन्हें कांग्रेस द्वारा आज़म खान का सवाल उठाने पर नकारात्मक टिप्पणी करने के बजाए अखिलेश जी से आईपी सिंह को प्रवक्ता पद से हटाने की मांग करनी चाहिये जिन्होंने आज़म खान के परिवार की महिलाओं को अपमानित करने वाली टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय को यह नहीं लगना चाहिये कि उनके वोटों से सांसद – विधायक बने लोग भी समाज के मान-सम्मान से समझौता कर रहे हैं।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि आज़म खान और मुस्लिम समुदाय के साथ सपा के खड़े न होने और कांग्रेस द्वारा मजबूती से उनकी आवाज़ उठाने का ही परिणाम रहा कि मुरादाबाद के मेयर चुनाव में कांग्रेस को एक लाख 19 हज़ार वोट मिला और सपा सिर्फ़ 14 हज़ार वोट पर ही सिमट गयी थी। वहीं कांग्रेस के 23 पार्षद जीते और सपा के सिर्फ़ 3 पार्षद ही जीत पाए थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उत्पीड़न के शिकार इंडिया गठबंधन के हर नेता के साथ मजबूती से खड़ी है चाहे वो किसी भी दल के हों।