लखनऊ। अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने योगी सरकार द्वारा जौहर युनिवर्सिटी की ज़मीन वापस लिये जाने के निर्णय को भाजपा की शिक्षा विरोधी मानसिकता का उदाहरण बताया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा के मंत्री न तो ख़ुद पढ़े लिखे हैं ना किसी को पढ़ने देना चाहते हैं।
कांग्रेस मुख्यालय से जारी बयान में शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मोदी सरकार ने हर हफ़्ते एक युनिवर्सिटी बनाने का झांसा दिया था लेकिन 9 साल में किसी यूनिवर्सिटी की ईंट भी नहीं रखी गयी। वहीं एक स्थापित युनिवर्सिटी को भाजपा सरकार सिर्फ़ इसलिए बर्बाद करने पर तुली है क्योंकि उसे बनाने वाला सरकार का विरोधी है और गवर्नर रहते एक कांग्रेसी नेता अज़ीज़ क़ुरैशी ने उसकी मान्यता दी थी।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार का यह फैसला मनुवादियों द्वारा बौद्ध मत के प्रचार के केंद्र नालंदा युनिवर्सिटी को जला कर नष्ट कर दिये जाने के समान है।