संवाद।शोएब कादरी
एटा। जनपद के कस्बा मारहरा में व्रत रखने वाली सुहागानों में देर शाम चांद निकलते ही जल और गेहूं के दाने का अर्ध्य दिया इसके अलावा उन्होंने छलनी में दिया रखकर पहले चांद का दीदार किया और फिर अपने जीवन साथी का चेहरा देखा। चांद छुपा बादल में शर्मा के मेरी जाना आजा रे आजा चंदा जब तक तू ना आएगा। हम दिल दे चुके सनम फिल्म का यह गाना करवा चौथ व्रत रखने वाली सुहागानों के जुबां पर बुधवार को देर शाम सिर चढ़कर बोल रहा था । उनके दिल की यह इच्छा 8:40 पर चांद निकलने पर पूरी हुई इस दौरान उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा और उन्होंने चांद का दीदार करने के बाद अपने जीवन साथी का दीदार किया दरअसल सूर्यास्त के बाद से ही उनकी नज़रें आसमान की ओर टिकी रही थी।
भारतीय किसान यूनियन स्वराज के प्रदेश महासचिव अनिल कुमार की पत्नी ज्योति देवी ने बताया कि करवा चौथ के दिन पत्नी अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं पति और पत्नी का रिश्ता सबसे पवित्र माना गया है इसमें पति-पत्नी के बीच जितना प्रेम और विश्वास होता है उतना ही ये फलता-फूलता है और इस प्रेम की डोर को मजबूत करने वाला करवा चौथ कथा का व्रत त्योहार के रूप में मनाया जाता है जिसे हर सुहागन महिला इस दिन निर्जल व्रत रखती हैं।