एयरपोर्ट के लिये 92.50 एकड़ जमीन नवम्बर में ही उपलब्ध करवायी जायेगी –एनवायरमेंट क्लीयरेंस,144.50एकड जमीन पर क्रियान्वित होगा प्रोजेक्ट – सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा ने की एयरपोर्ट डाइरेक्टर से मुलाक़ात।
एनवायरमेंट क्लीयरेंस,144.50एकड जमीन पर क्रियान्वित होगा प्रोजेक्ट
आगरा। सिविल एयरपोर्ट आगरा को वायुसेना परिसर से बाहर शिफ्ट करने की प्रक्रिया एक बार पुन: शुरू हो गयी है,जिला प्रशासन के द्वारा धनौली, बल्हेरा व अभयपुरा गांवों की एयरपोर्ट के लिये अतिरिक्त जमीन उपलब्ध करवाने को चिन्हित कर ली है और चालू महीने में ही इसे एयरपोर्ट अथॉरिटी को उपलब्ध करवा दिया जायेगा। इस प्रकार नये सिविल एन्क्लेव के लिये अब 144.05 (52 + 92.50)एकड़ जमीन उपलब्ध हो जायेगी।जिस पर इंटरनेशनल मानकों का एयरपोर्ट बनाया जा सकेगा।
एयरपोर्ट डायरेक्टर नीरज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सिविल एयरपोर्ट के लिये जमीन की उपलब्धता सुनिश्चित हो चुकी है,प्रशासन के द्वारा एयरपोर्ट अथॉरिटी को हस्तांतरित होते ही प्रोजेक्ट पर शीघ्र कार्य प्रारंभ हो जाने की संभावना है।उन्होंने कहा कि सामान्य रूप से नया सिविल एन्क्लेव तैयार होने में न्यूनतम दो साल का समय लगता है,एयरपोर्ट अथॉरिटी की कोशिश रहेगी कि तेजी के साथ योजना का क्रियान्वयन हो।उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी आगरा प्रोजेक्ट को लेकर अत्यंत गंभीर हैं और चाहते है कि शीघ्रता के साथ काम शुरू हो। एयरपोर्ट डायरेक्टर ने एक जानकारी में बताया कि प्रोजेक्ट को एनवायरमेंट क्लीयरेंस मिल गयी है,नीरी से संबंधित अनुमति औपचारिकता भी शीघ्र ही पूरी हो जाने की संभावना है।
सिविल सोसायटी ऑफ आगरा की चिंता
सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के प्रतिनिधिमंडल ने एयरपोर्ट डायरेक्टर नीरज कुमार श्रीवास्तव से मुलाकात कर सिविल एन्क्लेव का निर्माण शीघ्रता से शुरू करवाने आगरा के नागरिकों की बहु प्रतीक्षित मांग को उठाया। सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के अध्यक्ष ,पूर्व पार्षद डा शिरोमणि सिंह ने कहा कि आगरा का प्रोजेक्ट शीघ्रता से पूरा करवाया जाना चाहिये।अब टूरिस्ट ही नहीं आम सिविलियन भी हवाई जहाजों का उपयोग करते हैं।आगरा की सीमित एयर कनेक्टिविटी के कारण इन यात्रियों को महाराजपुर हवाई अड्डा ग्वालियर या इंदिरा गांधी एयरपोर्ट होकर आना जाना पडता है,जो असुविधाकारी और अतिरिक्त व्यय साध्य है।
सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के जनरल सेक्रेटरी अनिल शर्मा ने कहा कि वायुसेना परिसर की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है, वह चाहेंगे कि सिविल एयरपोर्ट को जितना भी जल्दी संभव हो शिफ्ट कर चिन्हित स्थान पर शिफ्ट किया जाये।उन्होंने कहा कि सिविल एन्क्लेव के वायुसेना परिसर से शिफ्ट होतें ही नागरिक हवाई यातायात तेजी के साथ बढ जायेगा। श्री शर्मा ने कहा कि आगरा का सिविल एयरपोर्ट कार्गो और एग्रीकल्चर प्रोड्यूस के एयरलिफ्ट के लिए सूचीबद्ध हैं ।एयरपोर्ट वायुसेना परिसर से बाहर आते ही इन सुविधाओं का भी आगरा के किसानों और कारोबारियों को लाभ मिलना संभव हो सकेगा।
शर्मा ने कहा कि मौजूदा सिविल एन्क्लेव तक पहुंच की सुविधा केवल टूरिस्ट ग्रुपों , चार्टर प्लेन का उपयोग करने वालों के लिये ही अधिक उपयुक्त है,टिकट खरीद कर सीधे सिविल एन्क्लेव तक पहुंचने वालों को तमाम अनावश्यक औपचारिकताओं का सामना करना पडता है।सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के प्रतिनिधिमंडल में राजीव सक्सेना और फोटो जर्नलिस्ट असलम सलीमी भी शामिल थे।
किसानों की सहमति मिलेंगी चार गुना राशि
सिविल एयरपोर्ट आगरा का निर्माण शुरू हो जाने की संभावनाएं एक बार पुन: बन चली हैं। सिविल एविएशन विभाग के तहत आने वाली एयरपोर्ट अथॉरिटी के द्वारा चिन्हित और आगरा के राजस्व प्रशासन के द्वारा चिन्हित लगभग 92.50 एकड़ ( 37.4336 हेक्टेयर ) अतिरिक्त जमीन खरीदने का कार्य इसी माह तक पूरा हो जाने की संभावना है। कैबिनेट बैठक में लिये निर्णय के अनुसार जमीन खरीद के लिये उ प्र शासन के द्वारा 123.59 करोड़ रुपये आगरा प्रशासन को उपलब्ध करवाये जा चुके हैं। 278 किसानों की यह जमीन चार गुना दर पर खरीद की जानी है।
इनमें से 246 किसानों से प्रशासन जमीन देने के लिए सहमति पत्र भी प्राप्त करने की औपचारिकता पूरी कर चुका । यह जमीन भी धनौली, बल्हेरा व अभयपुरा ग्राम सभाओं राजस्व इंदराजों की है पूर्व में 52 एकड़ ( लगभग 21.0437 ) उ प्र शासन सिविल एयरपोर्ट अथॉरिटी को उपलब्ध करवा चुका है। इस जमीन पर उ प्र लोक निर्माण विभाग के द्वारा बाउंड्री करवायी गयी थी,जबकि अब अर्जित की जा रही जमीन पर स्वयं एयरपोर्ट अथॉरिटी के द्वारा बाउंड्री करवायी जायेगी।
हवाई यात्रियों की संख्या में होगी भारी बढोत्तरी
पर्यटन सत्र शुरू होने तक प्रचलित पर्यटन संबंधी प्रचलित सांख्यिकी के अनुसार अनुसार 1.3 लाख हवाई यात्रियों ने आगरा आवागमन के लिये वायु सेवा और आगरा सिविल एयरपोर्ट का उपयोग किया। जबकि भविष्य के अनुमानों के अनुसार 2040 तक आवागमन करने वालों की यह संख्या 14 लाख और 2050 तक 30 लाख होने का अनुमान है।सडक सुरक्षा और टोल वृद्धि दर का मौजूदा चलन यदि इसी प्रकार रहा तो आगरा की एयर कनेक्टिविटी का उपयोग करने वालों की संख्या अनुमानों से कई गुना अधिक रहना अनुमानित है।
सुविधाजनक होगा एयरपोर्ट परिचालन
प्राधिकरण की ओर से तैयार मास्टर प्लान के मुताबिक रनवे से एप्रन (Apron : हवाई अड्डे की अवस्थापना का वह भाग जो कि हवाई जहाज में यात्रियों के उडने के लिये सवार होने या उतरने, मेल,कार्गो के उतारने या चढाने तथा फ्यूल लेने को पार्किंग पार्किंग को इस्तेमाल में आता हो।) तक तथा एप्रन से रनवे तक आने-जाने के लिए सिर्फ एक लिंक टैक्सीवे का निर्माण हो सकता है। जबकि वर्ष 2050 तक यात्री आवागमन 30 लाख तक पहुंचने का अनुमान है। भविष्य में यात्रियों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि के मद्देनजर सिर्फ एक टैक्सीवे अपर्याप्त होगा अत: अतिरिक्त व्यवस्था आवश्यक होगी।