उत्तर प्रदेश

डॉ. बी.आर.अंबेडकर यूनिवर्सिटी एमएसएमई के साथ वैल्यू एडेड प्रोग्राम शुरू करने की तैयारी में विद्यार्थियों और वर्तमान उद्योगों को सक्षम बनाया  जाएगा

आगरा। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी कैंपस स्थित जेपी सभागार में गुरुवार को एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसका विषय डिजिटल मार्केटिंग अॉफ एमएसएमईज प्रोडक्ट एंड सर्विसेज था। इसे एमएसएमई विकास कार्यालय ने आयोजित किया।मुख्य अतिथि महानिदेशक एमएसएमई भारत सरकार आईएएस अनुज बापट व डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की कुलपित व कार्यक्रम अध्यक्ष प्रो. आशु रानी थे। उन्होंने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कार्यक्रम अध्यक्ष विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. आशु रानी ने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर से एमएसएमई और बैंकर्स के साथ संयुक्त रूप से सेमिनार कराने से विश्वविद्यालय के उद्यमी छात्रों को लाभ मिलेगा। वह भी इस प्रकार की सेमिनार से सीख लेकर आगे उद्गम क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं। जेम पोर्टल के माध्यम से विश्वविद्यालय अपने संसाधन की खरीद करता है।

जिसमें विद्यार्थियों की कॉपियां सेमिनार का फर्नीचर या कच्चा क्लास रूम का फर्नीचर भी सम्मिलित है। भविष्य की चिंता है कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थी भी एमएसएमई की लाभकारी योजना से वंचित न रहे इसलिए एमएसएमई वर्कशॉप जागरूकता कार्यक्रम उद्यमिता विकास कार्यक्रम प्रबंधन विकास कार्यक्रम होते रहने चाहिए। आज के युग में जरूर नहीं कि आप खुद के पास प्रोडक्ट हो तभी बिजनेस करें, यदि आपके पास डिजिटल मार्केटिंग जैसे टूल्स की जानकारी है, तो भी अपने प्रयोजन से अपनी मार्केटिंग से अधिक लाभ ले सकते हैं। अनुज बापट ने विश्वविद्यालय एमएसएमई के साथ वैल्यू एडेड प्रोग्राम शुरू कराया करने का सुझाव दिया, जिससे उद्यम क्षेत्र में प्रवेश करने वाले विद्यार्थियों और वर्तमान उद्योगों को सक्षम बनाया जाएगा।


मुख्य अतिथि उप महानिदेशक एमएसएमई मंत्रालय अनुज बापट ने बताया कि सरकार प्रोक्योरमेंट एवं मार्केटिंग योजना के अंतर्गत नेशनल सेमिनार मार्केटिंग विषय पर करती है इसके साथ-साथ औद्योगिक प्रदर्शनी में भाग लेने हेतु बारकोड अपने हेतु की प्रोडक्ट की सेल प्वाइंट बनाने आदि के लिए प्रोत्साहन करती है। एमएसएमई मंत्रालय द्वारा उधम रजिस्ट्रेशन पोर्टल के माध्यम से बहुत ही सरल रूप से घोषित आधार पर उद्यमी अपना पंजीकरण घर बैठे कर सकते हैं। भारत में 3 करोड़ से अधिक पंजीकृत एमएससी इकाई हैं जिसमें 13 करोड़ से अधिक रोजगार मस में इकाई देती है।

एमएसएमई क्षेत्र भारत की रफ्तार को आर्थिक रफ्तार को तेज करता है। सरकार का संकल्प डिजिटल इंडिया को बढ़ाना है, आज के समय छोटे से छोटा वेंडर यूपीआई माध्यम से पेमेंट मॉड प्राप्त कर रहा है छोटे-छोटे रेस्टोरेंट भी ऑनलाइन मार्केटिंग के माध्यम से अपना कारोबार में प्रगति कर रहे हैं। डा. आर भारती संयुक्त निदेशक एमएसएमई विकास कार्यालय ने बताया आज डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से व्यक्ति अपने एक स्थान से पूरे भारत भर में व्यापार कर सकता है। डिजिटल माध्यम से तकनीकी का प्रयोग करके व्यक्ति अपने व्यापार को ऊंचाई पर पहुंचता सकता है। लघु भारती के विजय गुप्ता ने बताया भारत भारत पांचवी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति है। देश का विकास व्यापार एवं उद्योग से होता है, जिस व्यापारी को अपनी वस्तु को ठीक से बेचना आता है, वहीं अच्छी प्रगति करता है। डिजिटल माध्यम से कन्वेंशनल मार्केटिंग के लिए तैयार होना होगा।


पंजाब नेशनल बैंक के एसएन गुप्ता उप जोनल प्रबंधक ने बताया कि उद्यमी अपनी सिविल अच्छी रखें, अकाउंट्स अच्छे तरह मेंटेन करें, तो बैंक उसे अच्छी सीसी लिमिट देते हैं। पंजाब नेशनल बैंक के एमएसएमई स्कीम्स के द्वारा व्यापार क्षेत्र में अच्छी प्रगति पाई जा सकती है। उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक की ओर से एमएसएमई क्षेत्र के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकरी दी। बैंक ऑफ़ बड़ौदा के सुंदर सिंह क्षेत्रीय प्रबंधक ने बैंक आफ बड़ौदा की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।

ऑनलाइन के मोड़ के माध्यम से व्यापारी यूपीआई डिजिटल माध्यम के माध्यम से मोड़ से ऑनलाइन मार्केटिंग के री के भुगतान प्राप्त कर सकता है और भुगतान करने के साथ भेज सकता है। विजय तोमर साइबर क्राइम विश्लेषक, साइबर क्राइम सेल आगरा पुलिस ने डिजिटल दुनिया में साइबर क्राइम से कैसे बचा जाए उसकी जानकारी प्रस्तुति देकर बताएं उन्होंने बताया कि अपने व्हाट्सएप ईमेल बैंक अकाउंट्स इत्यादि में डबल सिक्योरिटी रखना है निजी जानकारी किसी के साथ शेयर नहीं करें किसी अजनबी के साथ शेयर नहीं करें वेबसाइट और ईमेल फर्जी ईमेल वेबसाइट की पहचान कैसे की जाए उसकी भी जानकारी दी।

संचालन डा. रत्न पांडे व अध्यक्षता डा. सीमा सिंह ने की। संचालन डा. मुकेश शर्मा सहायक निदेशक ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. बृजेश रावत निदेशक सेठ पदमचंद जैन प्रबंधन संस्थान ने किया। राजीव शर्मा, डॉ. श्वेता चौधरी, डा. रत्न पांडे, डा. सीमा सिंह. डा. श्वेता चौधरी. डा. केके पचौरी, डा. राजकुमार, डॉ. डीएस यादव मौजूद रहे।