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खांबड़ा कब्रिस्तान में वाशरुम बनाने का मामला : पुलिस कमिश्नर दफ्तर में मुस्लिम समुदाय का भारी रोष प्रदर्शन, पुलिस को सोमवार तक का समय

धरने में मुस्लिम समुदाय ने वक्फ बोर्ड के सीईओ और एलएसए पर लगाया 70 लाख के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।

बोले पुलिस ने मामला में कानूनी कारवाई नहीं की तो जलद सड़कों पर उतर करेंगे प्रदर्शन।


जालंधर।खांबड़ा में मुस्लिम कब्रिस्तान पर किश्चियन समुदाय की तरफ से बाशरुम बनाने का मामला शुक्रवार को और भड़क गया। पुलिस की तरफ से कोई कारवाई ना करने को लेकर मुस्लिम समुदाय ने भारी संख्या में पुलिस कमिश्नर दफ्तर पहुंच कर धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन की अगुआई कर रहे मस्जिद ए कुबा खांबड़ा के प्रधान मजहर आलम, मुस्लिम संगठन पंजाब के प्रधान एडवोकेट नईम खान, जनरल सेक्रेटरी अमजद अली खान, माइनॉरिटी कमीशन के पूर्व मेंबर नासिर हसन सलमानी, आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर अब्दुल बारी सलमानी, पंजाब वक्फ बोर्ड के पूर्व मेंबर कलीम आजाद, भाजपा अल्पसंख्यक के जिला प्रधान मो. नौशाद आलम , मुस्लिम डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रधान अख्तर सलमानी, राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा के अध्यक्ष अब्दुल मन्नान खान, गरीब नवाज फाउंडेशन के अध्यक्ष अकबर अली, काजमी कंस्ट्रक्शन के एम.डी कलीम काजमी ने कहा कि बार-बार शिकायतें देने के बावजूद पुलिस की कारवाई जीरो है। पुलिस एकतरफा दबाव में कोई कारवाई नहीं कर रही है जबकि माननीय हाईकोर्ट के भी निर्देश है कि कब्रिस्तान में कंस्ट्रक्शन नहीं की जा सकती। लेकिन फिर भी मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं को लगातार आहत किया जा रहा है। मज़हर आलम ने कहा कि लगातार खांबड़ा में मस्जिद को निशाना बनाया जा रहा है लेकिन आज तक पुलिस ने कोई कारवाई नहीं की और अब नियमों के उलट हमारे कब्रिस्तान में दो दर्जन के करीब बाशरुम का निर्माण किया जा रहा है। जिससे वहां पर 1947 के समय से मौजूद कब्रों की बेहुरमती हो रही है। जिसे मुसलमान कभी साल नहीं करेंगे।
पुलिस कमिश्नर आफिस में जारी धरने के दौरान मुस्लिम समुदाय ने पंजाब वक्फ बोर्ड के सीईओ और एल.एस.ए पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया कि नियमों के उलट इस जमीन को लीज आउट किया गया है। जिसके लिए करीब 70 लाख रुपए का लेनदेन किया है। उन्होंने कहा कि वह इसे लेकर वक्फ बोर्ड के मौजूदा एडमिनिस्ट्रेटर एडीजीपी एम.एफ फारुकी को मिलकर ज्ञापन सौंप कर मामले की निषपक्ष्ष कारवाई की मांग भी करेंगे। उन्होंने कहा कि यह जमीन एक दूसरे समुदाय को लीज पर देने का मतलब है कि सीधे रुप से वक्फ बोर्ड अपनी जमीन से हाथ धो रहा है क्योंकि यह जमीन उन्हें कभी वापिस नहीं मिलेगी।
वहीं मुस्लिम समुदाय ने कहा कि वह इस मामले को लेकर कानूनी लड़ाई भी लड़ेंगे।
पुलिस कमिश्नर दफ्तर में मुस्लिम समुदाय की तरफ से करीब तीन घंटे तक तीखा रोष प्रदर्शन किया और वहीं पर नमाज अदा करते हुए पुलिस को अल्टीमेट दिया कि अगर जलद पुलिस ने कोई कानूनी कारवाई नहीं की तो संघर्ष तीखा किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि वक्फ बोर्ड की कुल कुल 24 कनाल जमीन में से 10 कनाल जमीन वक्फ बोर्ड की तरफ से महिला को पट्टे पर दी गई है। वीरवार को उक्त जगह पर वाशरुम बनाने के बाद काफी हंगामा हो गया था, जिसमें मुस्लिम और क्रिश्चियन समुदाय आमने-सामने हो गए थे। इस दौरान पुलिस ने दोनों पक्षों में बीचबचाव कर मामला शांत करवाया।
मुस्लिम समुदाय का आरोप है कि जिस इस्तेमाल के लिए जगह ली गई है उसके उलट निर्माण किया जा रहा है।
इस अवसर पर कमरुद्दीन, अरबाज खान, तबरेज आलम,सलीम खान, मसूद खान, जिब्राइल , मुशर्रफ, सिकंदर खान व अन्य मौजूद थे।
वहीं डीसीपी जगमोहन सिंह और एसीपी कैंट हर्शप्रीत सिंह ने कहा कि मुस्लिम समुदाय से एप्लीकेशन ली गई है और जलद बनती कार्रवाई का भरोसा दिया है। वहीं मुस्लिम समुदाय ने पुलिस को सोमवार तक का अल्टीमेटम दिया है उन्होंने कहा कि अगर जलद इस मामले में कोई कारवाई नहीं की गई तो सड़कों पर उतर तीखा प्रदर्शन किया जाएगा।