मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में हुई मंडलीय विकास कार्यों की समीक्षा बैठक
ODOP उत्पाद, ईको टूरिज्म, स्पोर्ट्स इंफ्रा, मॉडल विलेज और लैंड बैंक पर ध्यान देने एवं नई कार्य योजना बनाने हेतु मंडलीय अधिकारियों को दिए निर्देश
मैनपुरी में विद्युत आपूर्ति बाधित पर मंडलायुक्त द्वारा विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने एवं विद्युत विभाग को 20 दिन का समय देते हुए आगरा मंडल में लटके हुए विद्युत तारों को ठीक करने के दिए निर्देश
मंडलायुक्त ने, जननी सुरक्षा योजना लाभार्थियों को समय से लाभ पहुंचाने एवं दिए अन्यथा की स्थिति में संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा
पूरे मंडल में सरंक्षित गौशाला का समयबद्ध निर्माण किये जाने, गौशाला संचालन को सुव्यवस्थित बनाये जाने एवं लापरवाही बरतने वाले संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करने हेतु सीडीओ को निर्देश दिए गए
आगरा। मंडलीय विकास कार्यों की समीक्षा बैठक मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में मंडलायुक्त सभागार में संपन्न हुई । बैठक में सर्वप्रथम विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए पाया गया कि विद्युत आपूर्ति को लेकर आगरा मंडल में मैनपुरी जिले की रैंकिंग खराब है। इस पर मंडलायुक्त महोदया ने मैनपुरी जिलाधिकारी को विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए। साथ ही लटके हुए बेतरतीब विद्युत तारों को गंभीरता से लेते हुए 15 से 20 दिन में ठीक कराने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने स्पष्ट कहा कि लटके हुए तारों के कारण कोई दुर्घटना नहीं होनी चाहिए। ग्राम्य विकास के अंतर्गत भवन निर्माण की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त महोदया ने चेतावनी दी कि मंडल में कहीं भी सड़क दुर्घटना होने पर एम्बुलेंस पहुंचने में देरी नहीं होनी चाहिए। कहीं भी देरी हुई तो इस बार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों के खाते में समय से पैसे पहुंचे यह सुनिश्चित किया जाए। अस्पतालों में चिकित्सक-नर्स एवं स्टाफ ड्यूटी के अनुसार हर समय उपलब्ध हो। एक्सरे, अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन सहित सभी मशीनें सक्रिय हों। सीएमओ को निर्देश दिए कि अगर निरीक्षण में किसी भी अस्पताल की व्यवस्था या हालात ठीक नहीं मिले तो सीएसएम के खिलाफ कार्यवाही की जाए। जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल योजना में प्रदेश में खराब रैंकिंग में सुधार करने के निर्देश दिए।
पंचायती राज व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त महोदया ने निर्देश दिए कि ज्यादा से ज्यादा आदर्श गांव बनाने पर ध्यान दिया जाए। निराश्रित गोवंश सरंक्षण पर निर्देश दिए कि मंडल के चारों जनपदों में जितनी भी संरक्षित गौशालाएं बनानी है, 30 नवंबर से पहले उन सभी का निर्माण हो जाना चाहिए। सभी आवारा गोवंश को इन गौशाला में पहुंचाया जाए। गोवंश को पकड़ने के लिए कैटल कैचर वाहन लगातार चलते रहें। चारों मुख्य विकास अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि गौशाला संचालन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जो भी अधिकारी व कर्मचारी लापरवाही करें उनके खिलाफ जिम्मेदारी तय की जाए। पीडब्ल्यूडी द्वारा नई सड़क एवं नए सेतु निर्माण की धीमी प्रगति रिपोर्ट पर नाराजगी जताई। जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि लोक निर्माण विभाग और नगर निगम द्वारा चारों जनपदों में जितनी भी नई सड़के बनाई गई है और सड़क रिपेयर की गयी है, सभी की जांच करें। साथ ही निर्माण कार्य की जितनी भी एजेंसियां हैं, निर्धारित लक्ष्य और समय के अनुसार काम पूरा नहीं किया गया है तो इसकी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजी जाए।
बैठक के अंत में सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि अपने-अपने जनपदों को उत्कृष्ट बनाने के लिए सभी मंडलीय और जिला स्तर के अधिकारी मिलजुलकर काम करें। क्वालिटी एजुकेशन को ध्यान में रखते हुए आंगनबाड़ी केंद्र और मॉडल स्कूल पर ध्यान दिया जाए। ओडीओपी के तहत प्रत्येक जिले में एक अच्छे उत्पाद का चयन कर प्रचार-प्रसार किया जाए। आगरा मंड़ल का भी एक संयुक्त उत्पाद तैयार किया जाए।
स्वंय सहायता समूहों को ओडीओपी से जोड़ा जाए। ईको टूरिज्म विकसित करने और स्पोर्ट्स इंफ्रा को लेकर नए प्रोजेक्ट का प्रस्ताव तैयार करें। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जो स्टेडियम बने हुए हैं उनका आवश्यकतानुसार जीर्णोद्धार किया जाए। इसके अलावा लैंड बैंक और मॉडल विलेज पर भी ध्यान देने की जरूरत है। सीडीओ और डीपीआरओ को विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में सफ़ाई बनाये रखने के निर्देश दिए। बैठक में जनपद के जिलाधिकारियों सहित सभी मंडलीय अधिकारी मौजूद रहे।