तीन से छह वर्ष तक के बच्चों को मिलेगा गर्म खानाआगरा में विधायक धर्मपाल सिंह ने योजना का किया शुभारंभ
आगरा में विधायक धर्मपाल सिंह ने योजना का किया शुभारंभ
हॉटकुक्ड मील योजना के अंतर्गत जिले के 2982 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मिलेगी सुविधा
जनपद में 38 आंगनबाड़ी केन्द्रों का वर्चुअल शिलान्यास भी हुआ
आगरा। जिले के 2982 आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन से छह वर्ष तक के बच्चों को सुपोषित बनाने के लिए गर्म खाना दिया जाएगा । हॉटकुक्ड मील योजना के अंतर्गत यह पहल हुई है । इस प्रदेशव्यापी योजना का शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या से गुरूवार को किया । विधायक धर्मपाल सिंह और ब्लॉक प्रमुख आशीष शर्मा ने आगरा जिले के खन्दौली ब्लॉक के भागूपुर आंगनबाड़ी केंद्र से योजना के शुभारम्भ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया । मुख्यमंत्री ने जिले के 38 आंगनबाड़ी केंद्रों का वर्चुअल शिलान्यास भी किया, जिसमें भागुपूर केंद्र शामिल है ।
जिला कार्यक्रम अधिकारी आदीश मिश्रा ने बताया कि जिले में पंजीकृत 140276 बच्चों को प्राथमिक विद्यालय के निर्धारित मैन्यू के अनुसार गर्म पका भोजन उपलब्ध कराया जायेगा।डीपीओ ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा भोजन करने वाले बच्चों की संख्या प्रत्येक दिन पोषण ट्रैकर ऐप पर फीड की जायेगी, जिससे सतत निगरानी हो सके।
इस मौके पर विधायक धर्मपाल सिंह ने कहा कि यह योजना मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में सम्मिलित है। जनपद स्तर पर इसका बेहतर कियान्वयन किया जाये। ब्लाक प्रमुख ने बच्चों को पौष्टिक भोजन कराने के साथ ही साथ आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने की अपेक्षा की।
बाल विकास परियोजना अधिकारी वंदना उपाध्याय ने बताया कि हॉटकुक्ड मील योजना के तहत बच्चों को जो भोजन परोसा जाएगा उसमें हरी साग, सब्जियां’ दाल, चावल, सोयाबीन और अन्य पौष्टिक सब्जियों से बनी खाद्य सामग्री शामिल होगी । बच्चों को सही पौष्टिक आहार मिलने से वह कुपोषण से बचे रहेंगे । उन्होंने बताया कि हॉट कुक्ड मील योजना का उद्देश्य बच्चों को पौष्टिक आहार देना, कुपोषण को कम करना , बच्चों की दैनिक उपस्थिति में बढ़ोतरी करना और आंगनबाड़ी केंद्रों से अधिकाधिक बच्चों को जोड़ना है।
ग्राम भागूपुर की निवासी 4 वर्षीय नैना की मां अलका ने बताया कि उनकी बच्ची खाना खाने और आंगनबाड़ी केंद्र जाने में बहुत आनाकानी करती है । आंगनवाड़ी केंद्र पर भोजन मिलेगा, तो वह दूसरे बच्चों को खाते हुए देखेगी और वह भी पौष्टिक खाना खाएगी । वह नियमित तौर पर आंगनबाड़ी केंद्र जाएगी और उसकी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा पढ़ाई जाने वाली कविताओं में भी रूचि बढ़ेगी । सम्पूर्ण भोजन लेने से उसका पोषण स्तर सही रहेगा ।