जस्टिस लोया की 8 वीं पुण्यतिथि पर बोले कांग्रेस नेता
हरेन पंड्या और जस्टिस लोया के हत्यारे एक ही हैं
लखनऊ। अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने कहा है कि 2024 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद जस्टिस लोया की हत्या की जाँच कराई जाएगी। उनके हत्यारों को जेल भेजकर ही जजों को न्याय कर पाने लायक भयमुक्त वातावरण दिया जा सकता है। गौरतलब है कि आज ही दिन 2014 में जस्टिस लोया संदिग्ध हालत में मृत पाए गए थे। जिसे उनके परिजनों ने हत्या बताकर जाँच की मांग की थी लेकिन सरकार ने जाँच से इनकार कर दिया था।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि जस्टिस लोया अपनी हत्या के समय सोहराबुद्दीन शेख फ़र्ज़ी मुठभेड़ कांड की सुनवाई कर रहे थे जिसमें अमित शाह मुख्य अभियुक्त थे। नागपुर में उनकी संदिग्ध मृत्यु के बाद मामला दूसरे जज को ट्रांसफर हो गया था जिन्होंने अमित शाह को बरी कर दिया था। उनकी मृत्यु पर जस्टिस लोया के परिजनों ने सवाल उठाते हुए इसे हत्या बताया था। उनका यह भी दावा था कि मृत्यु से पहले उन्हें अमित शाह के पक्ष में फैसला देने के एवज में सौ करोड़ रिश्वत की पेशकश की गयी थी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि तब कांग्रेस नेता राहुल गाँधी के नेतृत्व में 15 विपक्षी दलों के नेताओं ने तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर इस मामले की उच्च स्तरीय जाँच की मांग की थी। लेकिन मोदी सरकार ने जाँच नहीं करायी थी।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनते ही इस मामले की निष्पक्ष जाँच कराकर हत्यारों को जेल भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि पूरा देश जानता है कि जस्टिस लोया की हत्या उसी ने करायी थी जिसने गुजरात के भाजपा नेता हरेन पांड्या की हत्या करवाई थी।