प्रयागराज। 24वीं पासिंग आउट परेड के अवसर पर ओटीए, गया पारंपरिक सैन्य लिबास से सुसज्जित था और एक नए आगाज को लेकर उत्साहित भी। इस पासिंग आउट परेड में टेक्निकलएंट्री स्कीम (टीईएस) क्रमांक संख्या-42 के कुल 101 अधिकारी जिसमें 07 अधिकारी मित्र देशों के भी शामिल थे। साथ ही स्पेशल कमीशन अधिकारी पाठ्यक्रम (एससीओ) क्रमांक संख्या-51के 27 अधिकारी भीपास आउट हुए। टीईएस-48 कोर्स के 90 अफसर कैडेटों ने भी इस परेड में भाग लिया, जो इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त करने के लिए विभिन्न आर्मी कैडेट ट्रेनिंग विंग्स जैसे मिलिट्रीकॉलेज ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकनिकल इंजिनीरिंग सिकंदराबाद, मिलिट्रीकॉलेज ऑफ टेलीकम्यूनिकेशन्स इंजीनियरिंग मऊ एवं कॉलेज ऑफ मिलिट्रीइंजिनीयरिंगपुणे जाएंगे।
अधिकारी कैडेट्स अपने शानदार सैन्य टर्नआउट में थे और उन्होंने असाधारण ड्रिलमूवमेंट को प्रदर्शित किया जो उनके उच्च प्रशिक्षण स्तर की प्रेरणा, स्वाभिमान और आपसी सामंजस्य को दर्शाता है। ये अधिकारी कैडेट हर धुन पर अपने कदमताल से दर्शकों के मन को मोह रहे थे।
नौ सेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरि कुमार, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, एडीसी परेड के निरीक्षण अधिकारी थे।अत्यधिक सुशोभित, अनुभवी और निपुण एडमिरल अधिकारी 61वें कोर्स राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला, पुणे के पूर्व छात्र हैं।
अधिकारी कैडेट सात्विक शिवपुरी पासिंग आउट टेक्निकल एंट्री स्कीम कोर्स के सभी दौर में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रतिष्ठित ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया, इसके अलावा उन्हें पासिंग आउट टेक्निकलएंट्री स्कीम कोर्स में मेरिट के क्रम में भी प्रथम आने के लिए गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। गुरेज कंपनीको सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए शीत सत्र 2023 का चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर से सम्मानित किया गया ।
परेड को संबोधित करते समीक्षा अधिकारी एडमिरल आर हरि कुमार ने अधिकारी कैडेटों को उनके उत्कृष्ट ड्रिल के लिए बधाई दी। उन्होंने भविष्य के अधिकारियों से आग्रह किया कि वे निःस्वार्थ, समर्पित और पेशेवर सेवा प्रदान करके अपने राष्ट्र और अपनी अकादमी को गौरवान्वित करें। उन्होंने एक योद्धा के विद्वान होने के महत्व पर बल दिया।उन्होंने पासिंग कोर्स से आह्वान किया कि खुद को और अपनी कमान के अन्तर्गत सैनिकों को भविष्य की चुनौतियों के लिये कंडीशनकरे और अपने तकनीकी कौशल में विस्तार लाए।
परेड देखने वाले गर्वित माता-पिता को बधाई देते हुए, एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि वे उन भाग्यशाली लोगों में से हैं जिनके बेटे को सशस्त्र बलों में सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
अकादमी अपने मित्र राष्ट्रों जैसे भूटान, वियतनाम और अन्य दूसरे राष्ट्रों के जेंटलमैन कैडेटों को उन्हें उनके राष्ट्रीय सेनाओं के सफल सैन्य नायक बनने लिए गुणवत्तापूर्ण सैन्य प्रशिक्षण प्रदान कर रही है। अकादमी में साथी जेंटलमैन कैडेटों के साथ सौहार्द्रपूर्ण व्यवहार इन राष्ट्रों के बीच लंबे समय तक सद्भाव बनाए रखेगी।
अफसर प्रशिक्षण अकादमी, गया की स्थापना 18 जुलाई 2011 को ‘शौर्य ज्ञान संकल्प’ के आदर्श वाक्य के साथ हुआ था । वर्तमान में, अकादमी टेक्निकल एंट्री स्कीम (टीईएस) और स्पेशल कमीशन ऑफिसर (एससीओ) कोर्स के लिए प्रशिक्षण आयोजित करती है। टीईएस पाठ्यक्रम के जेंटलमेन कैडेट भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित के साथ अपनी 10 + 2 की परीक्षा और जेईई (मेन्स) में उत्तीर्ण होने के बाद अकादमी में प्रवेश पाते हैं। एससीओ जेंटलमैन कैडेटों का चयन भारतीय सेना के अन्य रैंकों से किया जाता है।