उत्तर प्रदेश

आगरा सिटी डेवलपमेंट की मंडलायुक्त ने ली समीक्षा बैठक

आगरा। आगरा डेवलपमेंट प्लान को लेकर समीक्षा बैठक आज गुरुवार को मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सर्वप्रथम आगरा विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ जी द्वारा एडीए द्वारा सिटी डेवलपमेंट से संबंधित प्रोजेक्ट और शहर में कराए जाने वाले विकास कार्यों की प्रगति की जानकारी दी गयी। बताया कि दो टूरिस्ट फेसिलिटेशन सेन्टर लगभग तैयार हो गए हैं, अगले 15 महीने में दो और बनकर तैयार हो जायेंगें।

इन चारों टीएफसी में टीम तैनात करने के लिए मंडलायुक्त ने टूरिस्ट, पुलिस, मेडिकल और प्रशासन विभाग के समन्वय से टीम का चयन करने के निर्देश दिए ताकि पर्यटक को आवश्यकतानुसार सभी सुविधाएं मिल सकें। 6-6 टिकट वेंडिंग मशीन और वॉटर एटीएम लगाए जा रहे हैं। 10 नई गोल्फकार्ट क्रय की जा चुकी हैं जिनका संचालन हो रहा है। इसी माह में 15 नई और गोल्फकार्ट क्रय की जानी है। मंडलायुक्त ने ऑनलाइन बुकिंग हेतु सभी गोल्फकार्ट पर क्यूआर कोड स्कैनर लगवाने के निर्देश दिए। स्ट्रेची ब्रिज से लेकर मेहताब बाग तक सड़क जीर्णोद्धार, इंटरलॉकिंग, लाइटिंग एवं प्लांटेशन करने के निर्देश दिए। स्काई डाइनिंग और हॉट एयर बैलून के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है जबकि 11 सीढ़ी योजना की स्वीकृति के संबंध में नीरी की रिपोर्ट आना बाकी है।

सदर बाजार को मॉडल मार्किट के रूप में तैयार करने का काम शुरू हो चुका है। इसके अलावा गीता गोविंदा पार्क ताज नगरी फेज 2, सुभाष पार्क, आगरा चौपाटी, शाहजहां पार्क इत्यादि के डेवलपमेंट प्रोजेक्ट टेंडर प्रक्रिया में चल रहे हैं। एडीए के कार्यों को लेकर मंडल आयुक्त ने निर्देश दिए की सभी प्रोजेक्ट की डेडलाइन तय की जाए। आगामी ताज महोत्सव आयोजन से पूर्व शहर की 10 बड़ी सड़कों को मॉडल रोड बनाने और पर्यटन से संबंधित जितने भी योजनाएं हैं, उन सभी को पूरा किया जाए।

मुख्य विकास अधिकारी द्वारा बताया गया कि आगरा जिले में नदी किनारे लगभग 34 घाट और उसके आसपास लगातार सफाई कराई जा रही है। शत प्रतिशत सड़कें गड्ढा मुक्त हो चुकी हैं। लगभग 6 हज़ार निराश्रित गोवंश को सरंक्षित करने का लक्ष्य दिया गया था, जिसमे 1700 सरंक्षित किया जाना शेष है। इस लक्ष्य को दिसम्बंर माह में पूरा कर लिया जाएगा। मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि सभी छुट्टा और आवारा गोवंश सुरक्षित किये जाएं। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के अलावा मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी आवारा गोवंश नहीं दिखना चाहिए। वहीँ नगरायुक्त को भी निर्देश दिए कि आवारा श्वान और बंदरों के खिलाफ भी लगातार अभियान चलाया जाए।

विशेषकर सरंक्षित स्मारकों, सरकारी अस्पतालों के आसपास आवारा जानवर बिल्कुल न हों। वन विभाग के द्वारा बताया गया कि जो पेड़ खराब हो चुके हैं उन्हें हटाकर नए पेड़ लगाए जा रहे हैं। इको टूरिज्म की दिशा में कैलाश मंदिर कॉरिडोर प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। वाइल्डलाइफ एरिया को डेवलप किया जा रहा है। शहर में ग्रीनरी बढ़ाने हेतु मंडलायुक्त ने वन विभाग को 20 बड़ी जगह चिन्हित करने के निर्देश दिए जहां पर एक साथ सैकड़ों की संख्या में पेड़ों को लगाया जा सके। शहर की प्रमुख लाइब्रेरी और नाइट बाजार की दिशा में कोई प्रगति न होने पर मंडलायुक्त ने छावनी बोर्ड अधिकारी को जल्द से जल्द प्रस्ताव व एक्शन प्लान तैयार करने को निर्देशित किया।

जल निगम द्वारा बताया गया कि 24 घंटे जल आपूर्ति के लिए सिकंदरा नॉर्थ-स्वामी बाग में लगभग 98 करोड़ बुंदू कटरा में लगभग 190 करोड़, यमुना पार क्षेत्र में 415 करोड़ और आवास विकास में लगभग 6 करोड़ की योजना पर काम चल रहा है। मेट्रो के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि तीन अंडरग्राउंड और तीन एलिवेटेड स्टेशन तैयार करने के साथ ट्रैक बिछाने का काम चल रहा है। प्राथमिक कॉरिडोर के तहत फतेहाबाद से लेकर जामा मस्जिद तक दिसंबर 2024 तक सिविल कार्य पूरा हो जाएगा। जल्द ही दूसरे कॉरिडोर के लिए टेंडर डाला जाएगा।

एएसआई अधिकारी द्वारा बताया गया कि सभी संरक्षित स्मारकों में और आसपास सभी सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे हैं। भीड़ नियंत्रित करने की दिशा में अभी तक कोई एक्शन प्लान ना तैयार करने पर मंडल आयुक्त ने तेजी से इस पर काम करने के निर्देश दिए। ताजमहल के सभी प्रवेश गेट पर इंटरनेट की उच्च सुविधा उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया।

बैठक में जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी , एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ , अपर आयुक्त (प्रशासन) राजेश कुमार , नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल , मुख्य विकास अधिकारी ए. मनिकंडन आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।