उत्तर प्रदेश

खुजली उड़ा रही लोगों की रातों की नींद : त्वचा में सूखेपन के पांच गुना बढ़े मरीज

संवाद/विनोद मिश्रा


बांदा। अभी कड़ाके की सर्दी पड़नी भी नहीं शुरू हुई है मगर त्वचा में सूखापन (ड्राइनेस) होने से खुजली और लाल चकत्ते होने की समस्या लोगों को परेशान कर रही है। रातों की नींदें उड़ गई हैं। त्वचा रोग विभाग की ओपीडी में इस समस्या के मरीजों की संख्या में पांच गुना इजाफा हो गया है। बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक इससे पीड़ित हैं। खुजली की वजह से रात में मरीज सो तक नहीं पा रहे हैं।


जैसे-जैसे मौसम गर्म से ठंडा होने लगता है, वैसे-वैसे हवा में नमी कम हो जाती है। इससे हमारी त्वचा शुष्क और रूखी होने लगती है। अधिक गर्म पानी से नहाने, रूम हीटर में अधिक रहने से भी ऐसा होता है। डॉ. अमित मिश्रा ने बताया कि इस सूखापन का असर सबसे ज्यादा हमारी त्वचा पर पड़ता है। जिस कारण त्वचा सूखी, रूखी और तनी हुई महसूस होती है। बाद में उस पर खुजली होने लगती है। यह खुजली इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि व्यक्ति रात में सो तक नहीं पाता है। सर्दी के सीजन को छोड़ दें तो अन्य दिनों में ये बीमारी बुजुर्गों को होती है।क्योंकि 60 साल से अधिक आयु के लोगों की त्वचा में सूखापन आने लगता है। मगर ठंड के दिनों में हर उम्र के लोग ड्राइनेस की समस्या का शिकार हो जाते हैं।


त्वचा रोग विशेषज्ञ डाक्टर एमसी पाल ने बताया कि जब बैक्टीरियल इंफेक्शन हो जाता है तो त्वचा में खुजली करने पर पानी भी आने लगता है। जैसे-जैसे पानी त्वचा के अन्य हिस्से में फैलता जाता है। वैसे-वैसे बीमारी भी बढ़ती जाती है। उन्होंने बताया कि ये बीमारी ठीक होने में दो से तीन सप्ताह लेती है।