उत्तर प्रदेश

बांदा सहित बुन्देलखंड की फसलों पर कीटों का हमला किसान बर्बादी पर परेशान


संवाद/विनोद मिश्रा


बांदा। बांदा समेत समूचे बुन्देलखंड क्षेत्र में कीटों नें हाहाकार मचा दिया है। खेतों में चना, अरहर और मटर की फसलें अब कीड़ों की चपेट में आ गई है। इस कारण इन फसलों की पैदावार पर तगड़ा संकट गहराया है। केमिकल घोल का छिड़काव के बाद भी फिलहाल छुटकारा नहीं मिल रहा। कीड़ों के कारण फसलें भी खराब होने लगी है जिससे किसान तनाव में है।


बुन्देलखंड के बांदा ,हमीरपुर, महोबा,चित्रकूट,जालौन ललितपुर और झांसी के अलावा आसपास के तमाम इलाकों में इन दिनों अरहर, चना और मटर की फसलों पर खतरे के बादल है। हजारों हेक्टेयर क्षेत्रफल में बोई गई इन फसलों में सूड़ी और इल्ली (कीड़े) लगने से फूल और फलियां खराब होने लगी है। फसलों की ग्रोथ भी रुक गई है। पारा गांव निवासी प्रभात कुमार की चालासी बीघे में बोई गई मटर की फसल में फूल और फलियां आ गई थी लेकिन कीड़ों केअटैक करने से फसलें बर्बाद होने लगी है। हमीरपुर के ही सैकड़ों गांवों में कीड़ों की गिरफ्त में आई फसलों को लेकर किसान टेंशन में है। पड़ोसी महोबा जिले में भी मटर, चना और अरहर की फसलों पर सूड़ी और इल्ली लगने से किसान परेशान है।


किसान कृषि रक्षा विभाग और वैज्ञानिकों की सलाह पर कीड़ों से निजात पाने के लिए रसायनिक घोल का छिड़काव कराने में जुटे है लेकिन कीड़े नहीं मर रहे है। कृषि अधिकारी प्रमोद ने बताया कि इन दिनों मौसम का मिजाज बदला हुआ है। रात और सुबह के समय सर्दी पड़ रही है जबकि दोपहर में तेज धूप निकलने से मौसम ज्यादा गर्म हो रहा है जिसके कारण फसलों पर कीड़ों ने अटैक कर दिया है। उन्होंने बताया कि किसानों को अभी से फसलों को बचाने के लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराना होगा। इसमें कोई भी लापरवाही हुई तो उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है।