उत्तर प्रदेश

बांदा की लहुरेटा बालू खदान में नहीं थमी अवैध खनन की लूट प्रशासन का खुला संरक्षण


संवाद/विनोद मिश्रा


बांदा। लहुरेटा बालू खदान में अवैध खनन का घमासान मचा हुआ है।अवैधानिक खनन को प्रशासन का खुला संरक्षण है? जिले का “लाल सोना नरैनी तहसील क्षेत्र की लहुरेटा खदान में जमकर लूटा” जा रहा है।इस संदर्भ में निरन्तर खुलासे के बाद भी प्रशासन के “जिम्मेदार अफसर बालू माफिया की बलैयां” ले रहें हैं।
आपको बता दें की यह मोंरंग खदान आरएस प्राइवेट लिमिटेड के नाम है। इस “कंपनी का दुस्साहस यह है कि केन नदी की जलधारा को खनन माफिया नें रोक कर अवैध खनन का का कार्य चरमोत्कर्ष तक पहुंचा दिया” है। जबकि किसी भी “नदी की जलधारा बिना राज्यपाल के नोटीफिकेशन के बांधा ही नहीं जा सकता”।

फिर भी “प्रशासन एवं माफिया का इलू -इलू” हो रहा है।
इसके अलावा “हैवी पोकलैंड मशीनें केन की कोख खंगाल रहीं हैं। कानूनन नदी की जलधारा में तीन फिट से ज्यादा गहराई से बालू नहीं” निकला जा सकता। निर्धारित “सीमा से अलग हट कर भी दबंग बालू माफिया आपने साम्राज्य का अट्टाहस कर रहा हैं! औऱ प्रशासन उसके इस अवैध खनन में ठुमके सा लगता दिख रहा है ? आखिर ऐसा क्या राज एवं रहस्य है।


आरोपों को यदि सच मानें तो इस बालू माफिया को “खनिज विभाग का खुला संरक्षण” है ? योगी सरकार की “खनन नीति को जिस प्रकार यहां के अफसरान नजर अंदाज कर रहें हैं वह चौंकाने” वाला है। लहुरेटा का बालू लुट रहा है औऱ प्रशासन की चैन की वंशी बज रही है आखिर क्यों -क्यों ?