पंजाब

लुधियाना जामा मस्जिद पहुंचे राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन इकबाल सिंह


देश के मुसलमानों की भावनाओं और समस्याओं पर ध्यान दें केंद्र सरकार :शाही इमाम पंजाब
लुधियाना: राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन सरदार इकबाल सिंह लालपुरा शहर की ऐतिहासिक जामा मस्जिद में बीती रात विशेष रूप में पहुंचे जहां पर उन्होंने पंजाब के शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी से विशेष मुलाकात की। इस अवसर पर मुस्लिम महासभा के अध्यक्ष श्री बहादुर खान व उनके साथियों ने हज यात्रा और वक्फ एक्ट को लेकर ज्ञापन भी सौंपा। इस अवसर पर शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने संबोधन करते हुए कहा कि देश के मुसलमान और अन्य लोग अल्पसंख्यक आयोग के पास समय-समय पर अपनी समस्याएं भेजते रहते हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में सबसे बड़ी समस्या कुछ नेशनल इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की ओर से बिना वजह खबरों में इस्लाम और मुसलमानों को बदनाम करने की कोशिश की जाती है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि अल्पसंख्यक आयोग ऐसे चैनलों पर कार्रवाई करें। शाही इमाम मौलाना उस्मान लुधियानवी ने कहा कि बीते दिनों केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की ओर से वक्फ बोर्ड पर दिया गया बयान और फिर पिछले दिन ही राज्यसभा में वक्फ एक्ट 1995 के खिलाफ लाया गया एक निजी विधेयक भारत के करोड़ों मुसलमान की भावनाओं को आहत करने वाला है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन सरदार इकबाल सिंह लालपुर देशभर के अल्पसंख्यकों के जज्बात से केंद्र सरकार को आगाह करें। शाही इमाम ने कहा कि लालपुर एक विद्वान और सूझवान व्यक्ति हैं, हमें उम्मीद है कि वह इन बातों पर केंद्र सरकार का ध्यान केंद्रित करवाएंगे। इस अवसर पर संबोधन करते हुए अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन सरदार इकबाल सिंह लालपुर ने कहा कि आज इस ऐतिहासिक जामा मस्जिद में आकर मुझे खुशी हुई क्योंकि यह जगह स्वतंत्रता संग्राम की गवाह है जहां से महान स्वतंत्रता सैनानी मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी के साथ सर्व धर्म के लोगों ने मिलकर अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। सरदार लालपुर ने कहा कि शाही इमाम मौलाना उस्मान लुधियानवी पंजाब भर में सर्वधर्म एकता के लिए जो कार्य कर रहे हैं वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ मुसलमानों के लिए नहीं बल्कि सभी भारतीयों के लिए सम्मान की बात है। सरदार लालपुर ने कहा कि आज के इस प्रोग्राम में जो भी मांगे उनके आगे रखी गई है उसे वह सरकार तक पहुंचाएंगे और वह वायदा करते हैं कि वक्फ एक्ट में कोई तब्दीली नहीं की जाएगी क्योंकि वक्फ कि संपत्तियां गरीबों और जरूरतमंदों के लिए पढ़ाई व खर्च का प्रबंध करते हैं। उन्होंने ने कहा कि केंद्र सरकार सर्व धर्मों के साथ बराबरी का बरताव कर रही है। सरकार की ओर से किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाता, कुछ लोग दूसरों को भयभीत करके सरकार से दूर करना चाहते है।