उत्तर प्रदेश

चित्रकूट मंडल के दोनोँ सांसदों पर टिकट कटने का खतरा? राम जानें क्या होगा अंजाम


संवाद /विनोद मिश्रा


बांदा। चित्रकूट मंडल के दोनोँ भाजपा सांसदों को पुनः टिकट मिलेगा या नहीं, उनकी पार्टी एवं जनमानस में चर्चा का विषय बन गरमाता जा रहा है। महोबा एवं हमीरपुर लोकसभा से पुष्पेन्द्र सिंह तो बांदा -चित्रकूट से आरके पटेल सांसद हैं। इन दोनोँ के लिये कथित तौर पर संकट यह बताया जा रहा है की पार्टी कार्यकर्ता इनसे बुरी तरह खफा हैं? अपने “संसदीय क्षेत्र में इनकी अलोकप्रियता उच्च पायदान” पर बताई जाती है? यह हम नहीं कह रहे बल्कि इनके क्षेत्र से यह बातें कहीं दबी जुबान तो कहीं खुल कर रह रह कर सोशल मीडिया में भी चर्चा में बन जाती हैं ! हालांकि मंडल के यह “दोनोँ सांसद पुनःटिकट फतह” के लिये “ताने -बानें” बुनते सक्रियता भरा रुख अपनाये हुये हैं।


इस संदर्भ में भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों के संकेतों को यदि सही माना जाये तो सांसद पुष्पेन्द्र सिंह एवं सांसद आरके सिंह पटेल का ” पार्टी रिपोर्ट कार्ड” भाजपा आलाकमान के पास “निगेटिव” है। सूत्र कथित तौर पर यह भी बताते है की सरकारी जांच एजेंसी की रिपोर्ट में भी यह दर्शाया गया है की इन दोनों सांसदों का अपने -अपने सांसदीय क्षेत्र में व्यक्तिगत जनाधार कार्यकर्ताओं एवं जनता की कथित उपेक्षा से “उड़न छू” हो चुका है?

ऐसे में “गणेश परिक्रमा का सहारा आशाओं के जुगनू की तरह टिम -टिमा” रहा है। सांसद पुष्पेन्द्र की “आशा का पुंज संघ के एक नेता आशीष” बताये जाते हैं तो वहीं “सांसद आरके सिंह पटेल की आशाओं के केंद्र में दे दाता के राम की सी ही स्थिति है?” फिलहाल यह तो तय है की इन दोनों सांसदों के टिकटों की पुनरावृति पर राजनीतिक संकट के बादल घने रूप से उमड़ -घुमड़ रहें हैं ! “राम जानें इन दोनोँ सांसदों का टिकटों के परिप्रेक्ष्य में अंजाम क्या होगा?”