- जनपद में विटामिन ए सम्पूरण अभियान शुरू, सत्र स्थल पर बच्चों को दी जाएगी विटामिन ए
की खुराक - एक माह तक चलेगा अभियान
आगरा। विटामिन ए का सेवन बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ- साथ विभिन्न बीमारियों से भी बचाव करता है । इसी उद्देश्य से बच्चों में विटामिन ए की कमी को दूर करने के लिए बुधवार से विटामिन ए सम्पूरण अभियान की शुरूआत हो गई । शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगला पदी के कार्य क्षेत्र में आने वाले वीरनगर में आयोजित सत्र का उद्घाटन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव और जिला प्रशिक्षण अधिकारी डॉ. संजीव वर्मन द्वारा फीता काटकर किया गया। सीएमओ ने डेढ़ वर्षीय आध्या, चार वर्षीय कीर्ती और चार वर्षीय आयुष को विटामिन ए की खुराक पिलाई।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि 27 जनवरी 2024 तक यह अभियान चलाया जाएगा। प्रत्येक बुधवार और शनिवार को नियमित टीकाकरण और छाया ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता व पोषण दिवस के सत्र स्थल पर बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जाएगी । प्रत्येक बच्चे को नौ माह से पांच वर्ष की उम्र तक नौ बार विटामिन ए की खुराक लेना अनिवार्य है ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि विटामिन ए की खुराक बच्चों को कुपोषण, मिजल्स, डायरिया और रतौंधी से बचाती है । यह बच्चे के विकास में मददगार है। इसके सेवन से निमोनिया और डायरिया का खतरा कम हो जाता है। शरीर में विटामिन ए की कमी से रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है। आंख कमजोर होने की आशंका होती है। इससे बच्चे के शरीर बढ़ने में भी कमी आ सकती है। बच्चे को कमजोरी महसूस होती है। इसकी खुराक नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में एमआर टीके के प्रथम और दूसरे डोज के दौरान दी जाती है । इसके बाद तीसरी से नौंवी खुराक अभियान के दौरान प्रत्येक छह माह पर दी जाती है। नौ माह से एक वर्ष तक के बच्चे को आधा चम्मच और एक वर्ष से पांच वर्ष तक के बच्चे को पूरा चम्मच दवा पिलाना अनिवार्य है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि जनपद में लगभग 52 लाख की आबादी है। अभियान के दौरान नौ माह से बारह माह तक के 30251 बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य है । एक वर्ष से दो वर्ष तक के 1.13 लाख बच्चों को और दो से पांच वर्ष तक के 3.55 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जाएगी । अभियान के दौरान नौ माह से पांच वर्ष तक के कुल पांच लाख 184 बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाई जाएगी.
इस दौरान डीपीएम कुलदीप भारद्वाज, विश्व स्वास्थ्य संगठन की एसएमओ डॉ. महिमा चतुर्वेदी, डब्लूएचओ के एसआरटीएल डॉ. विकास, एनआई संस्था की डिविजनल कोऑर्डिनेटर विद्या वर्मा, यूनिसेफ की डीआरपी ममता पाल, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगला पदी की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनीता सिंह, स्टाफ नर्स गीता, एएनएम सुरभि, आशा अर्चना सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहा।