आगरा। ऑपरेशन मुस्कान टीम द्वारा अथक प्रयास करते हुए 05 बच्चों (01 राजस्थान, 02 बिहार, 02 उ0प्र0 ) को खोजकर किया परिवारीजनों के सुपुर्द यह बालक नाम जतिन कुमार यादव पुत्र रवि कुमार यादव दिनांक 24.12.23 को पापा द्वारा अधिक खेलने के कारण डांटा था जिससे गुस्से मे अपने घर से निकला आया था दिनांक 25.12.23 को टीम मुस्कान को ये बच्चा साथी बाल ग्रह न्यू दिल्ली में मिला टीम मुस्कान द्वारा बच्चे से शालीनता पूर्वक पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम जतिन और पिता का नाम रवि निवासी कोटपूतली लक्ष्मी नगर न्यू कॉलोनी जयपुर राजस्थान का रहने वाला बताया घर के किसी परिजन का मोबाईल नम्बर पूछा तो अपने पापा का मोबाईल नम्बर दिया जिस पर सम्पर्क किया गया और बच्चे की जानकारी दी गई तो उन्होंने पहचान लिया और बच्चे के पापा रवि यादव को CWC तृतीय बुलाकर बच्चे को सुपूर्द किया गया ।
यह बालक जिसका नाम जमुना पुत्र मकेसर मुस्कान टीम क़ो प्रयास बालग्रह कश्मीरी गेट दिल्ली मे मिला l बच्चे से शालीनता से बात की गयी तो बच्चे ने अपना पता गाँव जलपुरा बिहार बताया और बताया कि मेरा गांव मे कोई नहीं है व माता – पिताजी की मृत्यु हो चुकी है तथा वह बचपन से ही अपने जीजा और बहिन के पास पंजाब मे रहता है तथा mob no के बारे मे पूछने पर बताया कि मुझे किसी का mob no याद नहीं है तथा बताया कि उसके जीजा और बहिन अमृतसर मे न्यू फोकल पॉइंट c-50 प्लाई वाला फैक्ट्री मे रहते है और वही काम करते है।
गूगल मैप के माध्यम से वहां के थाने के cug mob no पर संपर्क किया गया तथा बच्चे द्वारा बताये गये पते के बारे मे पुछा गया लेकिन काफ़ी देर तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो गूगल मैप के माध्यम से कई mob no निकालकर की गयी वार्ता के क्रम मे एक अंकित अग्रवाल नाम के व्यक्ति के mob no पर वार्ता हुई तथा बच्चे के बारे मे बताया तो उन्होंने उक्त जगह के पास के एक व्यक्ति का मो no दिया तथा उक्त no पर बात की गयी तथा बच्चे के बारे मे बताया तो उस व्यक्ति द्वारा बताया कि मे अभी थोड़ी देर मे पता करके बताता हूँ।
तथा थोड़ी देर बाद बच्चे की बहिन के mob no से कॉल आयी तथा बताया कि अभी एक व्यक्ति ने आपका no दिया है और बताया कि मेरा भाई आपके पास है। तब मेरे द्वारा बच्चे के बारे मे बताया तथा बच्चे का फोटो भेजा तो बताया कि वह मेरा ही भाई है और कई दिन से गायब है।इसके उपरांत बच्चे के जीजा प्रयास बाल गृह दिल्ली आये तथा बालग्रह के माध्यम से बच्चे क़ो cwc 3 ले जाकर उसके जीजा क़ो सुपुर्द कराया गया।
यह बालक शाजाद अली पुत्र रब्बन मिया उम्र लगभग 13 वर्ष बिहार का निवासी था जो प्रयास बाल गृह कश्मीरी गेट दिल्ली में मिला था बच्चे से मुस्कान टीम द्वारा शालीनता से बात की गई तो बच्चे ने बताया कि वह अपने पापा के पास दिल्ली में रहता हु और पापा मजदूरी करते हैं मैं पापा के साथ आ गया था और मेरा मन नहीं लग रहा था इसलिए मैं बिना बताए अपने गांव के लिए निकल आया मुझे पता नहीं था कि बिहार के लिए कहा से ट्रैन मिलती हैं बच्चे से और पूछने पर बताया कि मेरे मोसी मोसा के पास ही पापा रहते हैं मुझे मोबाइल नंबर याद है उक्त नंबर पर कॉल करने पर पता चला कि वह नंबर उसके पिता जी का है उनको बच्चे के बारे में अवगत कराया गया और बाल गृह का पता बताया और आज बाल गृह बुलाकर बाल गृह के माध्यम से न्यायालय सीडब्ल्यूसी 3ले जाकर बच्चे को सकुशल सुपर्द किया गया ।
यह बालक नाम अरमान पुत्र साबिर दिनांक 21.12.23 को मम्मी द्वारा पढ़ाई को लेकर डांटा था जिससे गुस्से मे अपने घर से निकला आया था दिनांक 25.12.23 को टीम मुस्कान को ये बच्चा साथी बाल ग्रह न्यू दिल्ली में मिला टीम मुस्कान द्वारा बच्चे से शालीनता पूर्वक पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम अरमान और पिता का नाम साबिर निवासी गोपालपुर खडाना जिला बागपत उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताया घर के किसी परिजन का मोबाईल नम्बर पूछा तो अपने मम्मी का मोबाईल नम्बर दिया जिस पर सम्पर्क किया गया और बच्चे की जानकारी दी गई तो उन्होंने बच्चे के पापा साबिर का मोबाईल नम्बर दिया जिस पर सम्पर्क कर बच्चे की जानकारी दी गई तो उन्होंने पहचान लिया और बच्चे के पापा साबिर को CWC तृतीय बुलाकर बच्चे को सुपूर्द किया गया ।
बालक अमित अवस्थी करीब 11 वर्ष मुस्कान 3 को दिनांक 6/12/ 2023 को मुस्कान टीम को अपना ग्रह बाल ग्रह नई दिल्ली में मिला बालक से शालीनता पूर्वक पूछताछ की गई तो उसमें बताया कि मैं शाहजहांपुर का रहने वाला हूं मैं अपने घर से नाराज होकर चला गया था और मैं भटक कर दिल्ली आ गया बालक ने अपने घर का मोबाइल नंबर दिया नंबर पर बात की गई तो बाल के पिता ब्रजेश अवस्थी से बात हुई ब्रजेश अवस्थी को बालक अमित के बारे में जानकारी दी गई और बताया कि अमित अपना ग्रह बाल ग्रह नई दिल्ली में है आप उसे आकर ले जाए ब्रजेश अवस्थी द्वारा द्वारा नई दिल्ली आने में असमर्थता जताई और बताया कि मैं मजदूरी का काम करता हूं।
और दिल में तीन सौ रुपए कमाता हूं उसी से मेरे घर का खर्चा चलता है साहब किसी तरह मेरे बच्चे को घर तक छोड़ दें कई दिनों तक बात करने के बावजूद भी ब्रजेश द्वारा गरीबी का हवाला देते हुए दिल्ली आने में असमर्थ था जताई जरिए whatsapp बालक अमित अवस्थी व उसके पिताजी ब्रजेश अवस्थी का आधार कार्ड मंगवाकर मानी न्यायालय सीडब्ल्यूसी तृतीय नई दिल्ली की आदेश के अनुपालन में बालक अमित अवस्थी ब्रजेश अवस्थी निवासी कैलाश नगर कॉलोनी हथोड़ा बुजुर्ग थाना रोजा जनपद बुलंदशहर को बाल ग्रह के कर्मचारी मोहम्मद मुजीब के साथ कैलाश नगर कॉलोनी हथोड़ा बुजुर्ग थाना रोजा जनपद शाहजहांपुर भेजकर उसके माता पिंकी अवस्थी को नियमानुसार सुपुर्द कराया गया ।