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एक्सपोर्ट सिम्पोजियम 2024 में रखेंगे मांग, सरकार दे सुविधा तो 700 करोड़ का हैंडिक्राफ्ट उद्योग हो सकता है दोगुना

पीएम नरेंद्र मोदी के लोकल फार ग्लोबल सपने को पंख लगाने की होगी एक्सपोर्ट सिम्पोजियम में कवायद
एक मंच पर आए हैंडिक्राफ्ट उद्यमी, बोले नीतिगत समस्याओं पर है मंथन की आवश्यकता, ओडीओपी में है उद्योग
उद्यमियों ने रखी मांग, आगरा के मार्बल इनले के उत्पाद को सरकार जीआई टैग (भूगौलिक संकेत) प्रदान करें

आगरा। आगामी 8 और 9 जनवरी को होने जा रहे दो दिवसीय एक्सपोर्ट सिम्पोजियम 2024 (निर्यात सम्मेलन) से पूर्व हैंडक्राफ्ट एक्सपोर्टर एसोसिएशन, आगरा की समस्या− समाधान की रूपरेखा बैठक हरीपर्वत स्थित होटल होली डे इन में आयोजित की गयी।
बैठक में निर्यात सम्मेलन के दौरान सरकारी अधिकारियों के सम्मुख रखी जाने वाली मांगों और समस्याओं के बारे में विस्तृत मंथन किया गया।
बैठक में एक्सपोर्ट सिम्पोजियम 2024 (निर्यात सम्मेलन) को लेकर निर्यातक में उत्साह देखने को मिला। सभी ने एक स्वर में कहा कि प्रदेश का पहला निर्यात सम्मेलन आगरा में होना हर शहरवासी के लिए गर्व की बात है। यह ऐसा सम्मेलन होगा जिसमें किसी एक उद्योग विशेष पर नहीं अपितु सम्पूर्ण अद्यौगिक जगत उद्योगों के निर्यात प्रोत्साहन पर बात की जाएगी।
उद्योग की समस्याओं को बताते हुए एसोसिएशन अध्यक्ष रजत अस्थाना (निर्यातक) ने कहा कि बहुत ही प्रमुख बात है कि आगरा का स्टोन क्राफ्ट प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजना एक जिला एक उत्पाद के तहत आता है, इसके बावजूद इसके प्रोत्साहन को लेकर कोई भी सरकारी नीति धरातल पर नजर नहीं आती। किसी भी प्रकार की कर छूट या किसी भी प्रकार की औद्योगिक भूमि इसके प्रोत्साहन के लिए उपलब्ध नहीं है। हैंडीक्राफ्ट उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार को कॉमन फैसिलिटी सेंटर, टेस्टिंग लैब पर भी फोकस करना होगा उद्यमी तैयार हैं, हमें सस्ती और क्लस्टर में सरकार को औद्योगिक भूमि उपलब्ध करानी होगी। रहनकला में बनने वाले औद्योगिक प्रोजेक्ट पर विशेष रियायती दरों पर हैंडीक्राफ्ट के लिए छोटे और बड़े प्लॉट उपलब्ध होने चाहिए। उद्योग की एक बड़ी नीतिगत समस्या जीएसटी के अंतर्गत एचएसएन (HSN) कोड की भी है। हमारे उत्पाद को कई रूपों में देखा जा सकता है। जैसे
मार्बल की कटोरी है, जोकि रसोई के अलावा उपहार या साजसज्जा में भी उपयोग में आती है। ऐसी स्थिति में सरकार द्वारा कोई भी एचएसएन (HSN) कोड स्पष्ट नहीं है और न ही स्पष्ट नीति है। इस स्थित में उद्योगपतियों को कई बार जीएसटी विभाग के नोटिस भी मिलते हैं।
उन्होंने कहा कि हम प्रदेश सरकार के सामने यह बात भी रखेंगे कि आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा जो कन्वेंशन सेंटर शहर में बनाया जा रहा है, उसमें एंपोरियम या फिर कुछ शोरूम बनने चाहिए। ताकि आगरा के हैंडीक्राफ्ट को प्रदर्शित किया जा सके और आने वाले लोग हमारे उत्पादन और हमारी कला को देख सकें। एक्सपोर्ट सिम्पोजियम के टेक्निकल कॉर्डिनेटर राहुल जैन ने सभी की समस्याओं को बिंदुवार अंकित किया। सभी बिंदुओं के आधार पर शीघ्र ही केंद्र और प्रदेश सरकार को एक ड्राफ्ट बनाकर भी भेजा जाएगा।

मार्बल इनले के उत्पाद को मिले जीआई टैग−
एक्सपोर्ट सिम्पोजियम के टेक्निकल कॉर्डिनेटर राहुल जैन ने कहा की आगरा के मार्बल इनले के उत्पाद को सरकार जीआई टैग (भूगौलिक संकेत) प्रदान करे, जिससे आगरा के मार्बल उत्पादों को प्रीमियम (अधि मूल्य) पर निर्यात किया जा सके। निर्यातकों को इससे लाभ मिलेगा और अन्य शहरों में मार्बल इनले उत्पादनो की प्रतिस्पर्धा से आगरा बाहर होगा। आगरा के मार्बल इनले उत्पादों को अधि मूल्य पर जीआई टैग (भूगौलिक संकेत) पर बेचा जा सकेगा।

एक मंच पर आए विभिन्न उद्योगों से जुड़े उद्यमी−
लघु उद्योग भारती के प्रदेश सचिव और आयोजन कन्वीनर मनीष अग्रवाल ने बताया कि एक्सपोर्ट सिंपोजियम (निर्यात सम्मेलन) के संदर्भ में शुरू की गई समस्या− समाधान रूपरेखा बैठकाें में विभिन्न उद्योगों से जुड़े उद्यमी सहभागिता कर रहे हैं। एक्सपोर्ट सिम्पोजियम शहर की एक दर्जन से अधिक औद्योगिक संगठनों के प्रयास से आगरा और उप्र के निर्यात प्रोत्साहन के लिए किया जा रहा है।
दो दिवसीय आयोजन में आगरा और अलीगढ़ कमिश्नरी के प्रमुख उद्योग जोकि निर्यात से जुड़े हुए हैं या निर्यात से जुड़ना चाहते हैं, उन पर चर्चा की जाएगी। सिम्पोजियम से पूर्व आयोजन समिति के पदाधिकारियों द्वारा 12 से अधिक अलग-अलग औद्योगिक संगठनों बैठकें की जाएंगी। जिनमें निर्यात संबंधित समस्याएं, सुझाव और बेहतर प्रदर्शन पर बिंदुवार चर्चा होगी।

ये रहे प्रमुख रूप से उपस्थित
बैठक में कार्यक्रम कन्वीनर लघु उद्योग भारती के प्रदेश सचिव मनीष अग्रवाल, रिपुदमन सिंह, सागर तोमर, हैंडक्राफ्ट एक्सपोर्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अस्थाना, संगठन सचिव एसके त्यागी, कोषाध्यक्ष रोहित गोयल, संरक्षक रमेश शर्मा, संगठन के संरक्षक विपनेश त्यागी और एके गुप्ता सहित 50 से अधिक हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स उपस्थित रहे।