उत्तर प्रदेश

विदेश की बिगड़ी सूरत संवारेंगे चित्रकूट मंडल वासी : करार की प्रक्रिया शुरू


संवाद/विनोद मिश्रा


बांदा। विदेश की बिगड़ी सूरत चित्रकूट मंडल के लोग सांवरे औऱ सजायेगें। इसके लिये करार की प्रकिया शुरू हो गई है।
दरअसल करीब तीन माह से चल रही हमास से जंग के कारण इस्राइल की का मुखौटा क्षति ग्रस्त हो गया है। हर तरफ मलवे का अंबार है। लोगों के सिर से छतें छिन गईं हैं। सड़कों पर भी इमारतों के मलबे का ढेर सा है।वहां कोई इन इमारतों को दोबारा से बनाने वाला भी नहीं है।


लिहाजा इस्राइल की मांग पर यहां भारत से कुशल राजमिस्त्री, टाइल्स, शटरिंग कारीगर व पत्थर लगाने के कारीगर और मजदूर भेजे जाने का निर्णय लिया गया है। इसकी जिम्मेदारी श्रम विभाग को दी गई है। सहायक श्रमायुक्त डाॅ. एके अग्रहरि ने बताया कि प्रत्येक जिले से करीब एक हजार कुशल कारीगर भेजे जानें हैं। बांदा, चित्रकूट, महोबा और हमीरपुर जिले से मिलाकर चार हजार लोगों का चयन होगा। इसके लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं। श्रम विभाग इजरायल जाने वाले श्रमिकों का पासपोर्ट बनवाने में मदद करेगा। श्रम विभाग ने यहां श्रमिकों से सहमति पत्र व आवेदन मांगा है। सहायक श्रमायुक्त के मुताबिक जनपद से एक हजार श्रमिकों के भेजने का प्लान तैयार किया गया है।


श्रम प्रवर्तन अधिकारी महेंद्र शुक्ला का कहना है कि दक्ष श्रमिकों को इजरायल में प्रतिमाह 1.25 लाख रुपये वेतन दिया जाएगा। 15 हजार रुपये प्रतिमाह बोनस मिलेगा। जो कंपनी के खाते में जमा रहेगा। कार्य की समाप्ति के बाद उन्हें सौंपा जाएगा। श्रमिकों को इजरायल जाने का कम से कम एक वर्ष व अधिकतम पांच वर्ष सेवा देने का अनुबंध देना होगा। श्रमिक की आयु 21 से 25 वर्ष के मध्य होनी चाहिए।श्रमिक के पास कम से कम तीन वर्ष कार्य अनुभव भी जरूरी है।