संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा। शीत लहर से ठंड बढ़ती जा रही है। कड़ाके की ठंड छक्के छुड़ा रही है। प्रशानिक मदद न मिलने से गरीब हक्के -बक्के से हैं। हालत यह है मानों सर्दी ने नया रिकार्ड कायम करना चाहती है। शनिवार को ठंडा हिलोरें लेता रहा। दिन में हल्की धूप निकली जो ठंड को मात नहीं दे सकी। आगे भी सर्दी का सितम जारी रहने के आसार हैं।शनिवार को दिन की शुरुआत कोहरे से हुई। पहाड़ी क्षेत्रों से करीब 10-12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आने वाली ठंडी हवा ने सर्दी व गलन में और इजाफा कर दिया।
कोहरा छाया रहने और पूरा दिन तेज धूप न निकलने से लोग ठंड में ठिठुरते रहे। राहत पाने के लिए हीटर और अलाव का सहारा लिया। इससे दूर हटते ही कंपकंपी छूटने लगती। ठंड का असर ऐसा रहा कि रात आठ बजे ही सड़कें सूनी हो गईं। कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिनेश साह ने बताया कि अगले दो दिन न्यूनतम तापमान में और कमी आने के आसार हैं। हालांकि अधिकतम तापमान में सुधार की संभावना है।