उत्तर प्रदेश

बालू खदान खपटिहा खंड 100/3 मेंभी अवैध खनन की “गर्जना”:बांदा हुआ बदनाम ?


संवाद/विनोद मिश्रा


बांदा। जिले में अवैध बालू खनन चरमोत्कर्ष पर है पूरा जिला इस खनन में बदनाम हैं। अवैध खनन पर लगाम कुत्ते की पूंछ की कहावत सा चरित्रार्थ कर रहा है।योगी सरकार को कथित बदनामी का कीचड़ प्रदूषित किये है। इसी अवैध खनन में खपटिहा खंड संख्या 100/3 बालू खदान अवैध तेजी से बहुचर्चित हुई है। आलम यह है कि मानसून के नजदीक आ जानें के पूर्व यहां अवैध खनन की सीमायें लांघ दी गई हैं। प्रदेश सरकार की खनन नीति यहां भी ठेंगे पर हैं। यह खंड भ्रष्टचार की सीमा लाघे हैं। नियमों की अनदेखी कर खनन अनवरत जारी हैं।


प्रशासन में “गजब” की “खामोशी” हैं। इस खंड में खनन नियमावली को ताक में रख दिया गया है। वर्तमान में भी जलधारा बांध कर और पोकलैंड मशीनों द्वारा खनन दिन-रात चल रहा है। इसके अलावा निर्धारित क्षेत्र से अलग हट कर भी खनन कार्य को बेतहासा अंजाम दिया जा रहा है। खास बात यह है कि डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के निर्देश के आदेश के बावजूद यहां सीसी टीवी कैमरो को चालू नहीं रखा गया। ओवरलोडिंग का खेल बदस्तूर जारी है। संबंधित अधिकारी माला-माल हो सरकार के विरुद्ध अट्टाहस कर रहे है ? खनन सीमा से इतर होकर रात दिन अवैध खनन हो रहा है। “प्रत्यक्षम किम प्रमाणं” पर गजब की “नजर अंदाजी” देखने को मिल रही है।


आपको बता दें खपटिहा खंड 100/3 बालू खदान में शुरू से ही अवैध खनन हो रहा है। हम किसी से कम नहीं की तर्ज पर सरकारी राजस्व को करोड़ों का चूना लगा रही है। साथ ही प्रशासन की “खामोशी” से “योगी सरकार की खनन नीति” की धज्जियां उड़ रहीं हैं।