आगरा। विश्व प्रसिद्ध सूफी ख़्वाजा मुईन उद्दीन चिश्ती के 812 वे उर्स मुबारक़ में शिरकत करने भारत के तमाम शहरों से आये हुए ज़ायरीन आगरा से होते हुए अपने घर वापसी करते है। ज़ायरीनों के लिए बज्मे खुद्दाम अबुल उलाईं और प्रशासन रिलीफ कैंप व्यवस्था करता है।
गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी जायरीनों के लिए रिलीफ कैंप कोठी मीना बाजार मैदान में लगाया गए, रिलीफ कैंप का उद्घाटन समाजवादी पार्टी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रामजीलाल सुमन ने फीता काटकर किया, इस मौके पर वरिष्ठ अतिथि इस्लामिया लोकल एजेंसी के पूर्व अध्यक्ष हाजी असलम कुरैशी, आल इंडिया उलेमा बोर्ड की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शबाना खंडेलवाल ,व्यापारिक नेता रामलाल गोयल की मौजूद रहे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रामजीलाल सुमन ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री रामजीलाल सुमन ने कहा कि आगरा में आये ज़ायरीन का हम खैरमकदम करते है, हिंदुस्तान में क़ौमी इत्तेहाद और भाईचारा की जड़ें गहरी हैं। सूफियों से हमेशा अमन का पैगाम दिया है, ख़्वाजा साहब भारत की गंगी जमनी तहज़ीब की एक नायाब मिसाल है, ख़्वाजा साहब ने जीवन भर मानव सेवा और कमज़ोरी को सहारा दिया इसीलिए हर मज़हब के लोग उनकी दरगाह पर सर झुकाते हैं,
आल इंडिया उलेमा बोर्ड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शबाना खंडेलवाल ने कहा कि मुल्क में नफ़रत की आँधी चलाई जा रही है, समाज और दिलों को बाँटने की साज़िशें की जा रही हैं, ज़ात और मज़हब के नाम पर समाज में ज़हर घोला जा रहा है जो मुल्क की अमन और सलामती के लिए ख़तरनाक है। नापाक इरादों को नाकामयाब कर रहे है ख्वाजा मुईन उद्दीन चिश्ती, जिनके के दर पर नापाक इरादे वालो को मुँह तोड़ जबाब मिलता है। यहाँ हर मज़हब के लोक अक़ीदत के साथ आते है और अमन का पैगाम लेकर जाते है
रामलाल गोयल ने कहा कि आगरा वासियों को इस तरह की आयोजनों में अपनी भागीदारी बढ़ चढ़कर निभानी चाहिए यहां लंगर का इंतजाम में भी पूर्ण जोर तरीके से हिस्सा लेना चाहिए भगवान के चरणों में सबसे बड़ी श्रद्धा अर्पित करना किसी भूखे को खाना खिलाना होता है जिससे कि हमारा ईश्वर हमसे खुश होता है।
उद्घाटन समारोह में मुख्य रूप से भैया जाहिद हुसैन, हाजी मोहम्मद इलियास ,अख्तर वारसी, जमील अहमद, जमीरउद्दीन, मुन्ना भाई, नईमुद्दीन ,शहजादुद्दीन, दिलशाद, हाजी एजाज, बहादुर खान ,धर्मेंद्र कुमार यादव,गुल्लू भाई, सलीम शाह आदि लोग शामिल रहे