उत्तर प्रदेश

ताज महोत्सव-2024 का पोस्टर हुआ लॉन्च क्या रहेगा टिकिट क्या होंगे कार्यक्रम जानने के लिए करें क्लिक

आगरा। पर्यटन नगरी आगरा में कला, शिल्प, संस्कृति एवं व्यंजनों का अद्भुत आयोजन ताज महोत्सव-2024 आगामी दिनांक 17 से 27 फरवरी, 2024 तक शिल्पग्राम परिसर, आगरा में एक भव्य रूप में आयोजित होगा। संस्कृति के इस अनूठे आयोजन की थीम इस वर्ष संस्कृति और समृद्धि निर्धारित की गयी है, जो ताज महोत्सव के आयोजन को संस्कृति “के साथ-साथ हमारे देश में हो रहें विकास को भी चित्रित करेगा।

वर्ष 1992 से प्रारम्भ हुये ताज महोत्सव श्रृंखला का यह 32 वां आयोजन होगा। महोत्सव का उद्देश्य भारत की संस्कृति, शिल्प, कला एवं व्यंजन के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ पर्यटन उद्योग को बढावा देना, विभिन्न प्रदेशों के मध्य सौहार्द एवं सामंजस्य स्थापित करना, देश भर के विभिन्न प्रांतों के हस्तशिल्पियों को उनके शिल्प का प्रदर्शन एवं बिक्री किये जाने का अवसर प्रदान कर भारतीय हस्तशिल्प एवं कुटीर उद्योग को प्रोत्साहित करना भी है।

ताज महोत्सव के अन्तर्गत विभिन्न स्थलों पर होने वाले कार्यकम के विवरण को समाहित करते हुए ताज महोत्सव में होने वाले विभिन्न कार्यकलापों का एक इवेन्ट कैलेन्डर जारी किया जा रहा है, जिसे विभिन्न प्रचार माध्यमों से आम जनमानस तक पहुँचाया जाएगा। इसमें सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों का प्रयोग किया जाएगा। ताज महोत्सव को भव्य एवं आकर्षण का केन्द्र बनाने के लिए कई कियाकलापों को सम्मिलित किया गया है जिसमें गर्ल्स बाइक रैली, ताज कार रैली, काईट फेस्टिवल, हाट एयर बैलून, हेरिटेज वाक, फ्‌लावर शो, सूर सरोवर में पक्षी प्रेमियों का सेमिनार आयोजित होगें। टूरिज्म गिल्ड आफ आगरा द्वारा आगरा बियोन्ड ताज का आयोजन किया जायेगा।

सांस्कृतिक कार्यकमों के अन्तर्गत भारतीय संगीत एवं नृत्य की विभिन्न विधाओं का समावेश किया गया है जिसके अन्तर्गत शास्त्रीय नृत्यों में कथक, भरतनाट्यम, शास्त्रीय एवं उप शास्त्रीय गायन, भोजपुरी गायन, अवधी गायन, कव्वाली, भजन संध्या, ब्रज लोकगीत एवं लोक नृत्य, बाँसुरी वादन, सरोद वादन, सितार वादन, तबला वादन, पखावज वादन एवं रूद्र वीणा इत्यादि प्रमुख हैं। ताज महोत्सव में जहाँ एक ओर ब्रज की होली, कथक, भरतनाट्यम जैसी प्राचीन शास्त्रीय कलाओं के रंग बिखरेंगे वही दूसरी ओर बॉलीवुड के जाने माने कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से ताज महोत्सव के आयोजन में चार चाँद लगायेगें।

रंगमंच भी सुनाएगा कई दास्तानें-

-नाटक “चाणक्य”-मनोज जोशी द्वारा

-नाटक “मीरा”-डिम्पी मिश्र-हर्षिता मिश्रा द्वारा

-कथक नृत्य नाटिका “दशावतार” राजेन्द्र गगनानी द्वारा

-नाटक “बुरे फंसे गुलफाम” पुनीत अस्थाना द्वारा

-नाटक “जीना इसी का नाम है” हिमानी शिवपुरी द्वारा

-नाटक “स्वाहा” अनिल रस्तोगी द्वारा

-नाटक “ताजमहल का टेन्डर” – एन०एस०डी० दिल्ली द्वारा

प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष सांस्कृतिक कार्यकमों में देश के विभिन्न हिस्सों के प्रतिष्ठित कलाकारों के साथ-साथ स्थानीय कलाकारों को भी प्रस्तुति का अवसर दिया गया है। साथ ही युवा वर्ग की अभिरूचि के अनुरूप बॉलीवुड/रियलिटी शो / कॉमेडी शो कार्यकम भी महोत्सव में प्रमुख आकर्षण होंगे।

स्थानीय स्तर पर कला की हर विधा में युवाओं एवं अन्य आयु वर्गो के 300 से अधिक कलाकारों का चयन किया गया है जिनकी प्रस्तुतियों दिन के समय शिल्पग्राम में मुक्ताकाशीय मंच पर होगी तथा इनमें से अच्छे कलाकारों की प्रस्तुतियाँ सायंकाल मुक्ताकाशीय मंच, सदर बाजार मंच तथा आई लव आगरा सेल्फी प्वाइन्ट पर होगीं।

ताज महोत्सव का आयोजन शिल्पग्राम तक सीमित नहीं रहेगा वरन ताज महोत्सव के दौरान आई लव आगरा सेल्फी प्वॉइट, सदर बाजार एवं सूरसदन में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। कवि सम्मेलन, मुशायरा एवं नाटक का आयोजन सूरसदन में होगा। इस वर्ष देश के प्रख्यात रंग कर्मियों द्वारा नाट्य उत्सव के अन्तर्गत अपनी प्रस्तुतियों दी जायेगीं। इस प्रकार सम्पूर्ण आगरा शहर में उत्सव का माहौल सृजित होगा।

इस अवसर पर इवेन्ट कैलेन्डर के साथ-साथ आयोजित होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का ब्रोशर्स भी जारी किया जा रहा है, जिसमें प्रतिदिन आयोजित होन वाले कार्यक्रमों का सम्पूर्ण विवरण अंकित है। इस ब्रोशर्स को भी आमजनमानस तक पहुँचाया जायेगा, जिससे लोक महोत्सव में अधिक से अधिक संख्या में आकर महोत्सव की शोभा बढायें।

ताजमहोत्सव में इस वर्ष 377 स्टाल सुसज्जित किये जायेंगे जिनमें लगने वाली हस्तशिल्प प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों-हथकरघा विभाग भारत सरकार (60स्टाल), हस्तशिल्प विभाग भारत सरकार (25स्टाल), खादी ग्रामोद्योग (20स्टाल), नेशनल जूट बोर्ड (20स्टाल) तथा जिला उद्योग केन्द्र (20 स्टाल) की सहभागिता रहेगी। इसके साथ ही ओ०डी०ओ०पी० के 50 स्टाल भी लगवाये जायेगें। देश के विभिन्न भागो से सीधे आवेदकों द्वारा प्रेषित प्रार्थना पत्रों एवं स्टाल शुल्क के माध्यम से 171 स्टाल हस्तशिल्प प्रदर्शनी की शोभा बढ़ायेंगे। इस प्रदर्शनी में देश के विभिन्न प्रदेशों -तेलंगाना, गुजरात, झारखण्ड, वेस्ट बंगाल, पंजाब, बिहार, दिल्ली, आन्ध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, हरयाना, जम्मू एण्ड कशमीर, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तराखण्ड, उडीसा से हथकरघा के शिल्पी अपने उत्पाद के साथ महोत्सव में पधारेंगे।

सहारनपुर का लकड़ी के फर्नीचर, कश्मीर के सूट एवं शाल, खुर्जा की पोटरी, भदोही के कारपेट, हाथरस के पुरदिलनगर की ग्लास बीड ज्वेलरी, वाराणसी की सूट/साडी, पटियाला का फुलकारी सूट, असम का केन एण्ड बम्बू फर्नीचर, गुजरात की इम्ब्राडरी, लखनऊ का चिकन, फरीदाबाद का टेराकोटा, पिलखुआ की बेडशीट, फिरोजाबाद के ग्लास, आगरा की ज्वेलरी, मुरादाबाद का मेटल काफ्ट महोत्सव में आगन्तुकों को आकर्षित करेंगे। महोत्सव में फन फेयर, फास्ट फूड एवं वेज तथा नानवेज फूड आगंतुकों को आकर्षित करेंगे।

महोत्सव में विभिन्न व्यंजनों के 15 फूड स्टॉल्स भी लगाये जायेंगे जिसके माध्यम से महोत्सव में आने वाले पर्यटक एवं स्थानीय नागरिकों को विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों की सुविधा प्राप्त होगी।

ताज महोत्सव की टिकट की ऑनलाइन बुकिंग हेतु क्यू आर कोड व स्मार्ट सिटी के एप में व्यवस्था की गई है। विगत वर्ष की भांति ताज महोत्सव में प्रवेश शुल्क रू0 50/- प्रति व्यक्ति होगा। 03 वर्ष तक के बच्चों का प्रवेश निःशुल्क होगा। विदेशी पर्यटकों का प्रवेश निःशुल्क रखा गया है। स्कूल की यूनिफार्म में प्रति 50 बच्चों का ग्रुप एवं उनके साथ 2 शिक्षकों के रियायती दर का प्रवेश शुल्क रु० 700/- रखा गया है। इस प्रकार 11 दिन तक चलने वाला यह महोत्सव शिल्पग्राम में “मिनी इण्डिया/ लघु भारत” के रूप में प्रदर्शित होगा।