राजस्थान

साहित्य और संस्कृति दोनो ही पत्रकारिता की मूल आत्मा है: अनिल सक्सेना

संवाद – मोहम्मद नज़ीर क़ादरी 
भारतीय साहित्य, संस्कृति और मीडिया  विषय पर परिचर्चा संपन्न
मीडिया एक्शन फोरम के अजमेर संभाग की कार्यकारिणी का हुआ विस्तार
अजमेर। साहित्य और संस्कृति हिंदी पत्रकारिता की मूल आत्मा रही है और इसी कारण पत्रकारिता की शुरूआत के साथ ही हमारे यहां सामाजिक जागरूकता और अंग्रेजी शासन के विरोध की भावना देखी गई।  आजादी से पहले पत्रकारिता का उद्देश्य स्वतंत्रता प्राप्त करना था लेकिन अब आमजन की दृष्टि में पत्रकारिता पूरी तरह व्यवसायिक हो चुकी है। इस सबके बाद भी सच्ची पत्रकारिता करने वाले लोग आज भी हैं जो खबरों के लिए अपनी जान दांव पर लगा देते हैं या कुछ पत्रकार तो अपनी जान गंवा भी चुके हैं।
                                   यह बात राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम के संस्थापक वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार अनिल सक्सेना ने रविवार को अजमेर के होटल चांवला में भारतीय साहित्य, संस्कृति और मीडिया विषय पर आयोजित परिचर्चा में कही। उन्होंने कहा कि मीडिया समाज को पूरी तरह प्रभावित करता हैं इसलिए हमें पत्रकारिता में नैतिक और सामाजिक मूल्यों का समावेश कर एक मिसाल पेश करने की जरूरत है। सक्सेना ने परिचर्चा के विषय पर दो घंटे तक अजमेर के पत्रकार,साहित्यकार और कलाकारों से चर्चा की।
                                 राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम के प्रदेश महासचिव अशोक लोढा ने कहा कि भारतीय साहित्य और पत्रकारिता के उच्च मानदंड स्थापित करने और सांस्कृतिक उन्नयन के लिए वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार अनिल सक्सेना के द्वारा साल 2011 से ‘राजस्थान साहित्यिक आंदोलन‘ चलाया जा रहा है जिसके तहत प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा में कार्यशालाएं, सेमिनार, परिचर्चा, व्याख्यान, लेखक की बात, साहित्य पर चर्चा जैसे कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।
                                प्रदेश सचिव हेमन्त साहू ने कहा कि वर्तमान समय में पत्रकारिता चुनौती पूर्ण है, लेकिन सच्ची और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए हम सभी प्रतिबद्ध है। प्रदेश सचिव मोरध्वज सिंह ने कहा कि कई बार देखा गया कि  न्यूज कवरेज के दौरान पत्रकारों पर हमले होते रहते है। ऐसे में पत्रकारों के हितों के लिए मीडिया एक्शन फोरम हमेशा तत्पर है। वर्तमान हालात को देखते हुए पत्रकार को संगठित होकर कार्य करना जरूरी हो गया है। परिचर्चा से पूर्व सर्वप्रथम अतिथियों के द्वारा मां सरस्वती की तस्वीर पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
                             परिचर्चा के दौरान जयपुर सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय के अतिरिक्त निदेशक से बात की
                             परिचर्चा के दौरान अजमेर के पत्रकारों ने फोरम के संस्थापक अनिल सक्सेना से मेडिकल डायरी को लेकर अपनी समस्या से अवगत कराया, जिस पर सक्सेना ने सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय जयपुर के अतिरिक्त निदेशक अरूण जोशी से मोबाइल पर बात की। जोशी ने माइक के माध्यम से पत्रकारों को सुना और अजमेर के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को पत्रकारों की मेडिकल डायरी की समस्या को हल करने के निर्देश देने की बात कही । सक्सेना ने रविवार को अवकाश होने के बाद भी पत्रकारों के लिए सजग होकर कार्य करने पर अरूण जोशी का आभार प्रकट किया।
पत्रकार पदाधिकारियों ने सक्सेना को तलवार भेंट की
फोरम के  संभाग अध्यक्ष पवन सेन और अजमेर शहर अध्यक्ष मनोज दाधीच के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने फोरम के संस्थापक अनिल सक्सेना, प्रदेश महासचिव अशोक लोढा, प्रदेश सचिव मोरध्वज सिंह और प्रदेश सचिव हेमंत साहू का साफा बांधकर और माल्यार्पण कर स्वागत किया। इसके साथ ही संस्थापक अध्यक्ष अनिल सक्सेना को स्मृति चिन्ह के रूप में तलवार भेंट की गई।
संभाग अध्यक्ष पवन सेन और मनोज दाधीच ने कार्यक्रम को संबोधित करते कहा कि दृढ़ निश्चय करके ही मुकाम हासिल किया जा सकता है। पत्रकार संगठित व निडर होकर कार्य करें और अपने हितों के लिए पुरजोर आवाज उठाए। उन्होंने कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारियों को बधाई दी।
अजमेर संभाग के साहित्यकार, पत्रकार, कलाकार और प्रबुद्धजन हुए शामिल
साहित्यिक परिचर्चा के पश्चात अजमेर संभाग के पदाधिकारियों द्वारा संभाग के कार्यकारिणी विस्तार और राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम द्वारा पत्रकारों के हित में लिए जा सकने वाले मुद्दों एवं सामाजिक सरोकार के कार्यो पर भी चर्चा की। कार्यक्रम में अजमेर संभाग के अध्यक्ष पवन सैन, संभाग उपाध्यक्ष बालकिशन शर्मा, संभाग महासचिव मों. नजीर कादरी, अजमेर शहर अध्यक्ष मनोज कुमार दाधीच, विधिक सलाहकार शैलेन्द्र सिह परमार, मीडिया प्रभारी रेखा जैन, उपाध्यक्ष दिलीप मेहरा, सह सचिव आशु कोसिक, सतीश शर्मा, संदीप टांक, विकास टांक, आशा खींची, गजेंद्र सिंह, विजय यादव, नसीराबाद प्रेस क्लब के अध्यक्ष अजीत सैठी, सैयद रमज़ान ,सैयद मुजफ्फर अली , कार्तिक शर्मा , जावेद खान ,अनुपम जैन आदि पत्रकारों के साथ ही साहित्यकार और कलाकार मौजूद रहे।
 कार्यक्रम का संचालन कलाकार गोपाल बंजारा ने किया।