उत्तर प्रदेश

दवा खाने के बाद उल्टी-चक्कर आए तो न घबराएं

 

शरीर में माइक्रोफाइलेरिया के परजीवी होने पर कुछ लोगों में ही सामने आते हैं यह लक्षण
दवा शरीर में जाकर माइक्रोफाइलेरिया के परजीवियों पर करती है वार


शाहजहांपुर।यदि फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करने के बाद किसी में पेट दर्द, उल्टी, मितली, चक्कर आना, चकत्ते पड़ना और दिल की धड़कन तेज होने जैसे लक्षण दिखें तो घबराएं नहीं, यह अपने आप ठीक हो जाता है । दरअसल शरीर में माइक्रो फाइलेरिया होने पर जब दवा काम करती है तो ये लक्षण नजर आते हैं । यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके गौतम का।
उन्होंने बताया कि 28 फरवरी तक जनपद में सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान संचालित हो रहा है। ऐसे में जनपद के भावलखेड़ा, जलालाबाद व मिर्जापुर ब्लॉक सहित शहरी क्षेत्र मे फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराया जा रहा है। इस दौरान देखने में आ रहा है कि कुछ लोगों में दवा खाने के बाद पेट दर्द, उल्टी, मितली और चक्कर आने जैसे लक्षण सामने आ रहे हैं। वैसे तो यह लक्षण स्वतः ठीक हो जाते हैं, लेकिन दिक्कत अगर बनी रहती है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं या फिर आशा कार्यकर्ता को जानकारी दे सकते हैं। वह इसका प्रबंधन करेंगे।


उन्होंने बताया कि क्यूलेक्स मादा मच्छर के काटने से फाइलेरिया होता है ।, मच्छर काटने से फाइलेरिया रोग के परजीवी शरीर में जाते हैं और प्रजनन के जरिये इनकी संख्या तेजी से बढ़ती है। फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करने पर दवा इन परजीवियों को मारती है, जिसके कारण चक्कर, उल्टी आना व मितली जैसे लक्षण आते हैं। यह लक्षण इस बात के प्रतीक हैं कि दवा शरीर में फैले संक्रमण को पूरी तरह खत्म कर रही है।


सीएमओ ने बताया कि बीते 10 फरवरी को अभियान के शुभारंभ के दौरान उन्होंने खुद भी फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया था, लेकिन उन्हें उल्टी, चक्कर या मितली आने जैसे कोई भी लक्षण नहीं आए। दवा सुरक्षित और कारगर है ।
जिला मलेरिया अधिकारी संजय सिंह चौहान ने बताया कि उन्होंने भी दवा का सेवन किया था, उन्हें भी दवा से कोई परेशानी नहीं हुई। इस दवा से कोई नुकसान नहीं होता है। मधुमेह, टीबी मरीज, बीपी मरीज जैसे सामान्य रोगों से ग्रसित लोग इस दवा का सेवन कर सकते हैं। सिर्फ कैंसर, ह्रदय रोग, किडनी रोग आदि के मरीज इसका सेवन नहीं करेंगे।


डीएमओ ने बताया कि अभियान के दौरान जिले के 11.5 लाख लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। 6.95 लाख ग्रामीणों और 4.71 लाख शहरी क्षेत्र के निवासियों को इस दवा का सेवन कराना है।

किसी को नहीं हुई परेशानी
भावलखेड़ा ब्लॉक के ग्राम काजीपुरके प्रधान इकबाल खान ने बताया कि उन्होंने फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया है और 50 से अधिक लोगों को दवा खाने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया रोधी दवा सभी को खानी चाहिए । पांच साल तक लगातार साल में एक बार इस दवा का सेवन करने से इस लाइलाज बीमारी से बचाव होता है । उन्होंने बताया कि गांव में 46 लोगों को मैंने अपने सामने फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराया है । दवा खाने के बाद कोई परेशानी नहीं हुई है।