संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा। रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में आज कल प्राचार्य सुनील कौशिक की प्रशासनिक कुशलता एवं व्यवस्था संचालन की चर्चाएं हैं। वह मेडिकल कालेज को चिकित्सीय व्यवस्था में सुपर बना रहे हैं ,परिणाम स्वरूप निरन्तर चिकित्सीय सेवा की कामयाबियां सुर्खियां बन रहीं हैं। इसी क्रम में फिर आश्चर्य वाला केश सामने आया है। प्राचार्य सुनील कौशिक के प्रयास से कुशल और अनुभवी डाक्टरों के आ जाने से पिछले कुछ वर्षों से लगातार ऐसे आपरेशन हो रहे हैं जिसे देख कर हर शख्स हैरत में है।
इसी कड़ी में गायनी डिपार्टमेंट में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर डाक्टर नीलम सिंह ने एक महिला की सफल सर्जरी करके उसके पेट से तीन किलो का ट्यूमर निकाल कर सबको आश्चर्य चकित कर दिया।
इस सफल आपरेशन की सबसे विशेष बात ये है कि डाक्टर नीलम सिंह ने महिला की बच्चेदानी को बड़ी कुशलता से बचा लिया ताकि महिला को भविष्य में माँ बनने में कोई दिक्कत न हो।
जिले के मुरवाँ गांव की रहने वाली 36 वर्षीय छोटिया पत्नी राजू को पिछले कई महीनों से पेट मे गांठ थी। शुरू में तो बच्चे की संभावना थी लेकिन जब जांचें कराई तो बच्चेदानी में गांठ मिली। छोटिया का पति राजू गरीब मजदूर है। वह पत्नी को कहीं दूसरे शहर नहीं ले जा सका। मेडिकल कालेज में डाक्टर नीलम सिंह से मिला। छोटिया को आपरेशन कराने को कहा। मरीज के सहमति के बाद डाक्टर नीलम सिंह और उनकी टीम ने लगभग एक घण्टे की मेहनत के बाद सफल आपरेशन कर उसके पेट से तीन किलो का ट्यूमर निकाल दिया।