जीवन शैली

जश्न-ए-उर्स के मौके पर दरगाह मरकज़ सबरी में गुस्ल,सन्दल एवं मुशायरा पेश किया गया

आगरा- ऐतिहासिक महान सूफी संत ख्वाजा शैख़ सैय्यद फातिहउद्दीन बल्खी अल्मारुफ़ ताराशाह चिश्ती साबरी रह० का पांच दिवसीय 425 वाँ जश्न –ए-उर्स व सर्वधर्म सम्मेलन के तीसरे दिन में दरगाह मरकज़ साबरी कंपाउंड आगरा क्लब आगरा में सरकार/प्रशासन/छावनी परिषद् द्वारा जारी सभी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए दरगाह मरकज़ साबरी के सज्जादानशी पीरज़ादा इमरान अली शाह , कासिम अली शाह , नायब सज्जादानशी बुंदू खां चिश्ती साबरी व अखिल भारतीय सर्वधर्म एकता संगठन सदस्यों ने व सेकड़ों जायरीनों व हाजरिनों व मुरेदिनों के साथ मिलकर गुलाब जल से मजार –ए –मुबारक का गुस्ल (स्नान) कराया व संदल और इतर पेश किया और उसके बाद गुल पोशी की गई और सभी ने एकसाथ मिलाकर अपने देश भारत के लिए एकता और भाई चारे के लिए ख़ास खुसूसी दुआ की | और उसके बाद मुशायरे का आगाज़ किया और मुशायरे में बेहरुनी और मकामी शायरों ने शिरकत फरमाई इस बीच एक शेर बहुत सराहा गया |

“रोज़े पे तुम्हारे में आका फरियाद सुनाने आया हूँ
जो जख्म दिए हैं दुनिया ने वो ज़ख्म दिखने आया हूँ”

इस मौके पर उर्स कमेटी व अखिल भारतीय सर्वधर्म साबरी एकता संगठन के पदाधिकारी एवं सदस्य गण परमजीत सिंह,शराफत हुसैन, रिज़वान रईसुद्दीन (प्रिंस ),अब्दुल सईद आगाही,हाफिज़ इस्लाम कादरी ,साहबजादगान अनीश साबरी, आरिफ साबरी, व तरुन साबरी, करून साबरी, पुरषोत्तम साबरी,हाशिम साबरी,नाज़िम साबरी,रफीक साबरी,ज़मील साबरी,जतेन्द्र साबरी,इमरान,जावेद,जमील साबरी,नाजिम साबरी,राजकुमार साबरी,मदन साबरी,सलमान साबरी,नूर मोहम्मद,डॉ.रतन सिंह,कुलदीप,सिंह,संजू साबरी,जगदीश साबरी,सौरभ साबरी ,अनिल साबरी,जय सिंह साबरी,गुलशन,आदिल,नासिर साबरी,महेश चन्द्र,आशीष साबरी ,मुस्तकीन साबरी,सोनिया,अनीशा बेगम,रानी सिंह, श्रष्टि सिंह,मायदेवी साबरी,ज़न्नत,हिना,आदि सदस्य गण मौजूद रहे |
भवदीय, पीरज़ादा इमरान अली शाह चिश्ती साबरी सज्ज़दानशी दरगाह मरकज़ साबरी (राष्ट्रिय अध्यक्ष) अखिल भारतीय सर्वधर्म साबरी एकतासंगठन। मोबाइल न०9837207896,7409349549