बरेली।रमजान शरीफ मुसलमानो का पाक महीना है | शाबान महीने के 29 वां दिन के शाम में रमज़ान का चाँद देखकर ही अगले दिन रोज़ा रखा जाता है | जो दुनिया भर के मुसलमानों के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है | दुनियाभर में ज़्यादातर लोग चाँद देखने की कोशिश करते हैं |
जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खान सलमान मिया ने कहा कि विश्व में सुन्नीयो का मरकज़ बरेली शरीफ है, शाबान महीने के आखिरी दिन चांद देखकर मुस्लमान रोज़ा रखते हैं | इस्लाम में हर महीना चांद देखने पर निर्भर करता है। ऐसे में चांद का दिखना जरूरी होता है। चांद देखने के साथ ही इशा की नमाज के बाद तरावी पढ़ी जाती है। रूयते हिलाल कमेटी जमात रज़ा ए मुस्तफ़ा के हेड ऑफिस से संपर्क में हैं। लिहाज़ा उलेमा किराम व आवाम से अपील की जाती है कि बरेली शरीफ व उसके ऐतराफ में चाँद देखने का एहतिमाम करें और जो लोग चाँद देख लें तो उसकी शरई शहादत के लिए दरगाह आला हज़रत/ताजुश्शरिया स्थित मरकज़ी दारुल इफ्ता से राबिता करें |
सलमान मिया ने कहा कि प्रशासन से हम मांग करते हैं है कि ज़िलेभर में साफ़ सफाई, विधुत व जल की सप्लई सुचारु रूप से होती रहे जिससे इस महीने अवाम को किसी भी तरह की कोई दिक्कत का सामना न उठाना पड़े | आपसे निवेदन करते हैं ज़िले में अमन चैन का बना रहे और कोई असामाजिक तत्व सौहार्द और भाईचारे को नुकसान न पहुचाये |