लुधियाना की अहरार फांऊडेशन की ओर से बीते 23 वर्षो से निभाई जा रही है सेवा
लुधियाना, : पवित्र रमजान के महीने में भटके हुए लोगों को भी सीधे राह पर लाने के लिए पंजाब के पूर्व शाही इमाम मरहूम मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवीं के द्वारा 2001 में शुरू किए गए जेल इफ्तार प्रोग्राम को अहरार फांऊडेशन 23 सालों से बाखूबी निभा रही है।
फांऊडेशन के अध्यक्ष व तत्कालीन शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उसमान लुधियानवीं ने बताया कि इस साल भी पंजाब सरकार के सहयोग से प्रदेश भर की सभी जेलों में रोजा रखने वाले बंदियों के लिए विशेष प्रबंध किए गए है। उन्होनें कहा कि खाने-पीने की चीजों के अलावा नमाज अदा करने के लिए जानमाज, तसबी, टोपी, मिस्वाक व धार्मिक सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है।
शाही इमाम ने कहा कि इस सेवा का उद्देश्य यह है कि भटके हुए लोगों को सामाजिक व्यवस्था में एक अच्छा इंसान बनाया जा सके और अगर कोई बेकसूर हो तो उसकी सहायता की जा सके। उन्होनें कहा कि रोजा रखने वाले व नमाज पढऩे वाले मुसलमान कैदियों में इस सेवा के अच्छे परिणाम देखने को मिले है। उन्होनें बताया कि लुधियाना की जामा मस्जिद की ओर से एक प्रतिनिधि मंडल कल से ही प्रदेश भर की जेलों में सामग्री पहुंचाएगा, जिसमें ईद के नए कपड़े व अन्य सामान भी शामिल होगा।
शाही इमाम ने कहा कि रोजे के साथ-साथ बंदियों की पांच वक्त की नमाज का प्रबंध भी किया जा रहा है। उन्होनें कहा कि इसी तरह ईद के समय ये बंदी सर्व-धर्म के कैदियों के साथ मिल कर अपनी खुशी सांझी करेगें।