जीवन शैली

कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकल कर इस रमज़ान की बरकतें हासिल करें : मुहम्मद इक़बाल

आगरा | मस्जिद नहर वाली सिकंदरा के इमाम मुहम्मद इक़बाल ने आज लोगों को रमज़ान के इस ख़ास महीना में ज़ोर देकर कहा कि अपने आपको अब तो ‘कम्फर्ट ज़ोन’ से बाहर निकालें। ग्यारह महीने हम सब एक रूटीन वाली ज़िंदगी जीते हैं। अब अल्लाह की तरफ़ से इस ख़ास महीने में जो बरकतें रखी हैं वो उसी को मिलेंगी जो ख़ुद को ‘कम्फर्ट ज़ोन’ से बाहर निकालेगा। असल में ये ख़ास महीना हमारी ट्रेनिंग के लिए है। इस ट्रेनिंग में ख़ुद को लगाएं ताकि आने वाले ग्यारह महीनों में हम इस तरह ज़िंदगी ‘गुज़ारें’ जैसी अल्लाह चाहते हैं। अब तक हम सबकी ज़िंदगी में बहुत से रमज़ान आए लेकिन हम में कोई बदलाव नहीं आया। क्योंकि हमने इस ट्रेनिंग वाले महीने को भी रूटीन समझ कर गुज़ार दिया। ना हमको अल्लाह की बरकतें मिलीं, ना हम में कुछ बदलाव आया। इसलिए अब अल्लाह ने इस ज़िंदगी में फिर एक ‘मौक़ा’ दिया है। अक़्लमंदी इसी में है कि इस बार हम इससे पूरी तरह फ़ायदा उठाएं। अगर किसी को ये यक़ीन हो कि वो आने वाले साल भी ‘ज़िंदा’ रहेगा, तो वो ‘कम्फर्ट ज़ोन’ में रह सकता है। फ़ैसला हमें ख़ुद करना है। अल्लाह की तरफ़ से तो पैग़ाम आ चुका। अब जो कोई भी अमल करेगा वो कामयाब है। इसलिए इस रमज़ान को अपनी ज़िंदगी का आख़िरी रमज़ान समझ कर जो भी हम कर सकते हों कर लें और इसकी बरकतें हासिल कर लें। ताकि हम भी कामयाब लोगों की लिस्ट में शामिल हो सकें और हमें अपनी परमानेंट जगह, जन्नत-उल-फ़िरदौस में, आसानी से ‘दाख़िला’ मिल जाए। अल्लाह हम सबको अपने फ़ज़ल से इस रमज़ान की क़द्र करने की तौफ़ीक़ अता फ़रमाए। आमीन।