जीवन शैली

“रंग-ए-एकादशी” में हुई फूलों की होली

भारत अंतर्राष्ट्रीय मेगा ट्रेड फेयर के सांस्कृतिक मंच पर अंतिम दिन धनक सोसाइटी ने दिखाया होली का धमाल

लखनऊ। “भारत अंतर्राष्ट्रीय मेगा ट्रेड फेयर” में बुधवार 20 मार्च को “धनक सोसाइटी” की ओर से “रंग-ए-एकादशी” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हुए इस सतरंगी कार्यक्रम में “धनक सोसाइटी ऑफ आर्ट एंड कल्चरल एंड सोशल वेलफेयर” के कलाकारों ने एक से बढ़कर एक नृत्य और गायन की प्रस्तुतियां दी। इस यादगार शाम में लोक गायकी के विविध रंग से लेकर फूलों की होली तक देखने को मिली।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में विशाल गुप्ता, अरुण सोनकर, सोनाली, दिशा, दिव्या, अर्चना ने जब “फागुन रंग बरसते हो” और “होली खेले हो जम के घूंघट वाली पर” सुंदर नृत्य कर प्रशंसा हासिल की। इस क्रम में उन्होंने “फगुनवा माई रंग रस रस बरसे” और “गोकुल की गलियां में देखो धूम मची है आज” सुनाकर होली की उमंग और जोश को परवान चढ़ाया। दूसरी ओर शाम को सुरीली करवट देते हुए अंकिता सिंह के मधुर गायन और प्रियंका दीक्षित ने तूने ए रंगीले क्या जादू किया के बाद शुभम गुप्ता ने “वो कृष्णा है” और “होलिया में उड़े रे गुलाल” पर जबरदस्त नृत्य कर तालियां बटोरीं। इसी क्रम मे अक्षता ने राधा की चुनर रंग डालेंगे मुरारी और स्वरा त्रिपाठी ने घर आजा मोरे परदेसिया पर जबरदस्त नृत्य कर तालियां बटोरीं।
इस अवसर पर धनक सोसाइटी की अध्यक्षा फरहाना परवीन और सचिव श्रीमती मेराज सहित अन्य विशिष्ट जन उपस्थित रहे।
नव अंशिका फाउंडेशन संस्था की अध्यक्षा नीशू त्यागी और धनक सोसाइटी की अध्यक्षा फरहाना परवीन ने इस अवसर पर बताया कि होलिकोत्सव की उमंग यूं तो वसंत पंचमी से शुरू हो जाती है जो फाल्गुन की पूर्णिमा तक जारी रहता है। इस के दौरान बरसाने की होली, रंगभरी एकादशी, रंग पंचमी जैसे विभिन्न दिलचस्प पड़ाव आते हैं। उसी परंपरा के अनुरूप भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी तिथि का अधिक महत्व है। हर साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को रंगभरी एकादशी व्रत किया जाता है। रंगभरी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के साथ ही भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा अर्चना कर सुख और शांति का आशीर्वाद हासिल किया जाता है। उसी परंपरा का निर्वाह करते हुए 20 मार्च को “भारत अंतर्राष्ट्रीय मेगा ट्रेड फेयर” में “रंग-ए-एकादशी” का आयोजन विशेष रूप से किया गया। संयोजक मंडल में शामिल दबीर सिद्धिकी ने बताया कि रंगभरी एकादशी पर आंवले के पेड़ की भी उपासना की जाती है। इस अवसर पर “भारत अंतर्राष्ट्रीय मेगा ट्रेड फेयर” के संयोजक मंडल का सम्मान भी किया गया।