संवाद। सादिक जलाल(8800785167)
वर्तमान में डिब्बर के हैदराबाद, पुणे और गुड़गांव आदि के साथ बेंगलुरु में तीन सेंटर्स संचालित हो रहे हैं
दिल्ली, : उत्तरी यूरोप का प्रमुख एजुकेशन ग्रुप, डिब्बर नई दिल्ली में अपने पहले प्री स्कूल की शुरुआत कर रहा है। डिब्बर को 10 देशों में 600 से अधिक प्री स्कूल्स और स्कूल्स की ख्याति प्राप्त है। अब, यह नई दिल्ली में अपने पहले प्री स्कूल की शुरुआत करने जा रहा है। बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे में इसके लॉन्च को अपार सफलता मिली है, ऐसे में एक वर्ष से भी कम समय में यह भारत में सातवां डिब्बर सेंटर खोलने की उपलब्धि हासिल कर चुका है।
वर्ष 2024 के अंत इस ग्रुप की योजना समूचे भारत में 40 और सेंटर्स खोलने की है। यह प्री स्कूल ग्रेटर कैलाश, नई दिल्ली में स्थित है, जिसका उद्घाटन सुश्री मे-एलिन स्टेनर, एम्बेसेडर, नॉर्वे टू इंडिया; मार्विन डिसूजा, सीईओ, डिब्बर स्कूल्स, इंडिया; श्री पाल ओडेगार्ड, चीफ ग्रोथ ऑफिसर, डिब्बर ग्लोबल; के करकमलों द्वारा किया गया।
डिब्बर 1 से लेकर 6 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए नॉर्डिक शिक्षाशास्त्र की पेशकश करता है, जो सोशल, इमोशनल, फिजिकल और कॉग्निटिव विकास पर केंद्रित होती हैं। डिब्बर का उद्देश्य एक बेहतर विश्व के सृजन के लिए आजीवन शिक्षार्थियों का विकास करना है और इसके महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में इसे अधिकांश लोगों तक पहुँचाना है। डिब्बर उत्तरी यूरोप की शिक्षण पद्धति का उपयोग करता है, जिसे नॉर्डिक-प्रेरित शिक्षाशास्त्र कहा जाता है। वे इसे भारत की स्थानीय संस्कृति और परंपराओं के अनुरूप समायोजित करते हैं और इसे भारत की विविध विरासत के अनुरूप ढालते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि बच्चों को एक सर्वांगीण शिक्षा मिले, जो उनकी संस्कृति के लिए प्रासंगिक हो और साथ ही उन्हें विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए भी तैयार किया जा सके।
डिब्बर ग्रुप की स्थापना वर्ष 2003 में दो शिक्षाविदों रैंडी और हंस जैकब सुंडबी द्वारा की गई थी। उन्होंने ‘द डिब्बर चाइल्डहुड’ टीएम विकसित किया। गहन शोध के बाद तैयार किया गया यह उन्नत शैक्षणिक फ्रेमवर्क बच्चों के कल्याण, विकास और उत्तम शिक्षण का समर्थन करता है। डिब्बर में यह माना जाता है कि प्रत्येक बच्चा अद्वितीय और मूल्यवान होता है, जिसे व्यक्तिगत रूप से तैयार किया गया शिक्षण अनुभव गहन लाभ पहुँचाता है।
ग्रेटर कैलाश 1 में स्थित डिब्बर प्री स्कूल 7,500 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैला हुआ है, जो 100 से अधिक बच्चों को दाखिला देने की क्षमता से परिपूर्ण है। इस सेंटर में प्राकृतिक खुले स्थान, व्यापक बाहरी क्षेत्र, एक स्प्लैश पूल और बच्चों के लिए एक अनुभवात्मक रसोईघर जैसी सुविधाएँ शामिल हैं, जहाँ डिब्बर के कुशल शिक्षक उनमें निपुणता की भावना का संचार करते हैं। इस प्री स्कूल में डिब्बर के अद्वितीय शैक्षणिक ‘लर्निंग फ्रेंड्स’ कमरे भी हैं, जिनमें कला, नाटक, संगीत और आंदोलन और दूसरी भाषा सीखने जैसी एक्स्ट्रा करीकुलर एक्टिविटीज कराई जाती हैं। डिब्बर ग्रेटर कैलाश में, बच्चों का नामांकन पूरे दिन और आधे दिन दोनों ही कार्यक्रमों के लिए किया जा सकता है। इसे इस प्रकार डिज़ाइन किया गया है कि यह एक समग्र वातावरण प्रदान करे, जहाँ सीखना और बेहतर पालन-पोषण प्राथमिकता है।
उद्घाटन के अवसर पर बोलते हुए, सुश्री मे-एलिन स्टेनर, एम्बेसेडर, नॉर्वे टू इंडिया, ने कहा, “यह वास्तव में गर्व का विषय है कि वर्ष 2023 में भारत में अपनी शुरुआत करने के बाद से ही नॉर्वे की कंपनी, डिब्बर काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। उनकी सफलता अन्य नॉर्वेजियन व्यवसायों के लिए सबसे सार्थक उदाहरण है, जो उन्हें दिखाती है कि भारत उनके व्यवसाय के विकास और विस्तार के लिए वास्तव में सर्वोत्तम देश है। वर्तमान समय में भारत में डिब्बर 7 सेंटर्स का आँकड़ा पार कर चुका है, और मुझे उम्मीद है कि इस संख्या में जल्द ही वृद्धि देखने को मिलेगी। जैसा कि आप में से बहुत से लोग जानते होंगे, यूरोपियन फ्री ट्रेड एसोसिएशन के एक हिस्से के रूप में, नॉर्वे ने हाल ही में भारत के साथ एक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं। यह अधिक से अधिक नॉर्वेजियन व्यवसायों के लिए भारतीय बाजार में प्रवेश के द्वार खोलेगा। ऐसे में, हम उम्मीद करते हैं कि निकट भविष्य में भारत के साथ नॉर्वे के व्यापारिक संबंध और भी अधिक मजबूत होंगे।”
श्री मार्विन डिसूजा कहते हैं, “डिब्बर में, हम मानते हैं कि भारत के बच्चे भविष्य के ग्लोबल इन्फ्लुएंसर्स हैं। हमारा लक्ष्य उनके समग्र विकास और व्यक्तिगत शिक्षा पर ध्यान देने के साथ ही उनकी जिज्ञासा, रचनात्मकता, संचार और आत्मविश्वास को बढ़ावा देने में उनकी मदद करना है। हमारा उद्देश्य उन्हें वैश्विक नागरिक बनने के लिए तैयार करना है, ताकि वे विश्व में सार्थक बदलाव ला सकें। हम विभिन्न भारतीय शहरों में एक ठोस आधार स्थापित करने में सक्षम रहे हैं, और उत्तर भारत में प्रवेश स्वाभाविक रूप से हमारी विस्तार योजना का अगला कदम है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुरूप, डिब्बर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो भारत में अपने स्कूलों की निर्बाध स्वीकृति सुनिश्चित करता है। डिब्बर दिल्ली की संस्कृति से बखूबी मेल खाता है और हमें यकीन है कि इस प्रगतिशील शहर के युवा माता-पिता को डिब्बर की उत्कृष्ट पेशकशों का लाभ पहुँचेगा। हमारे साथ जुड़ें, क्योंकि हम एक समय में एक बच्चे को प्राथमिकता देते हुए भारत के भविष्य को आकार देने में विश्वास रखते हैं।”
पूरे भारत में डिब्बर का तेजी से विस्तार करने की योजना के लिए, यह ग्रुप खासकर अपनी फ्रेंचाइजी मॉडल के माध्यम से कुछ महत्वपूर्ण साझेदारियों को आकर्षित करना चाहता है, यह उन लोगों के लिए है, जो बच्चों की शुरुआती शिक्षा को लेकर डिब्बर के समान ही अपना दृष्टिकोण रखते हैं। डिब्बर अपने हाई क्वालिटी स्टैंडर्ड्स के लिए जाना जाता है और यह अपने सभी सेंटर्स में अपने क्वालिटी फ्रेमवर्क के सख्त कार्यान्वयन को सुनिश्चित करता है।
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डिब्बर ग्रेटर कैलाश के लॉन्च कार्यक्रम में ओस्लो, नॉर्वे से आते हुए, श्री पाल ओडेगार्ड, चीफ ग्रोथ ऑफिसर, डिब्बर ग्लोबल, ने कहा, “यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि नई दिल्ली में अपने पहले प्री स्कूल की शुरुआत के माध्यम से हम उत्तर भारत की अपनी यात्रा शुरू कर रहे हैं। डिब्बर का चाइल्डहुड फ्रेमवर्क इसके दृष्टिकोण का मुख्य आधार है, जिसे नॉर्डिक शिक्षाशास्त्र में सर्वोत्तम प्रथाओं और दस देशों के सामूहिक अनुभव के आधार पर सबसे कुशल शिक्षकों द्वारा विकसित किया गया है। हम अपने प्रसिद्ध शैक्षिक मानकों और बेहतर शिक्षण वातावरण की पेशकश नई दिल्ली में करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं, जो शहर में बच्चों और परिवारों को सीमाओं से परे सीखने के लिए प्रेरित करेगा। फ्रैंचाइज़ी मॉडल लॉन्च करते हुए, डिब्बर भागीदारों को डिब्बर परिवार में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता है।”
डिब्बर में 1 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए प्रवेश खुला है, जिसमें वे आधे दिन और पूरे दिन के कार्यक्रमों के लिए दाखिला ले सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया हमसे www.dibber.in पर संपर्क करें।