जीवन शैली

दूसरे जुमे पर अकीदतमंदो ने मांगी अमन-चैन की दुआ

संवाद।। तौफीक फारूकी

फर्रुखाबाद। मुकद्दस रमजान के दूसरे जुमे को दोपहर नमाज में नगर की मस्जिदें ठसाठस भरी रहीं। बड़े बुजुर्गों से लेकर बच्चों ने भी मस्जिदों में नमाज अदा दी। कमालगंज कस्बे की जामा मस्जिद मौलाना मोहम्मद तारीक ने रोजा, जकात, तरावीह के बारे में लोगों को जानकारी दी और जकात निकालने की अपील की। इस दौरान नमाजियों ने हाथ उठा कर देश और दुनिया में अमन चैन के लिए दुआ की। माहे रमजान के दूसरे जुमे की नमाज पढ़ने के लिए आते-जाते दिखाई दिए। बड़ों के साथ बच्चे भी मौलाना तारीक ने कहा कि जकात निकाल से आपका माल और पाक हो जाता है। जब आप जकात निकालते हैं तो आप के माल का रखवाला अल्लाह हो जाता है। उन्होंने कहा कि जिसे भी अल्लाह ने नवाजा है जकात निकालने से ना तो परहेज करे ना बेइमानी। दूसरी कई मस्जिदों में मुकद्दस रमजान में रोजे की फजीलतों पर बयान किया गया। लोगों को बताया गया कि रोजा रख आंख से अच्छा देखें और कान से अच्छा सुनें। तभी आपका रोजा अच्छा माना जाएगा। उलेमाओं ने बताया कि इस महीने में अल्लाह हर रोजेदार को अपनी बेपनाह मोहब्बतों से नवाजता है। माह ए रमजान में रोजेदारों ने नमाज अदाकर एक-दूसरे को लगाया गले, दी जुमे की बधाई