आगरा। अलविदा जुम्मा की नमाज़ आज 05 अप्रैल 2024 को है। पढ़ी जाएगी अलविदा का दिन माहे रमजान का आखिरी जुमा है आज रमज़ान का 25 वां रोजा रखा जाएगा। माना जाता है कि अलविदा जुम्मा के दिन नेक दिल से अदा की गई नमाज़ से अल्लाह की रमहत और बरकत मिलती है। साथ ही पिछले गुनाह माफ हो जाते हैं। इस्लाम धर्म में जुम्मे को लेकर मान्यता है कि अल्लाह तआला ने जुम्मे के दिन आदम अलैहिस्सलाम को पैदा किया जुम्मे के दिन उन्हें आसमान से जमीन पर उतारा और जुम्मे के दिन ही उनकी वफात (मौत) भी हुई। माहे रमजान का पाक महीना हमें मोहब्बत और अल्लाह के बताए रास्ते पर चलने की सीख देता है।
वहीं अलविदा जुम्मा या जमात-उल-विदा रमजान की रुकसती का प्रतीक होता है। इस बारे में मदरसा सुन्नी मरकज दारुल उलूम के मुफ्ती मुदस्सिर खान कादरी ने बताया कि अलविदा का जुमा माहे रमज़ान का आखरी जुमा होता है। ये बहुत ख़ास दिन हैं। इस दिन की बहुत अहमियत है। नमाज़ के लिए मस्जिदों में एक दिन पहले से ही तैयारियां की जा रहीं हैं। नमाज़ के बाद मुल्क के अमन चैन की दुआ की जायेगी।
अलविदा को लेकर मस्जिदों में ख़ास की गईं ख़ास तैयारियां
अलविदा की नमाज़ को लेकर मस्जिदों में ख़ास तैयारियां की जा रहीं हैं। सुबह से ही मस्जिदों के आस पास साफ सफाई की जा रही है। अतिरिक्त नमाजियों के लिए अलग सफों का इंतजाम किया जा रहा है।
कड़ी रहेगी सुरक्षा व्यवस्था
अदविदा के मद्दे नज़र पुलिस प्रशासन की ओर से चाख चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सभी मस्जिदों के सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। शहर के आबादी वाली इलाकों में पुलिस बल का पैदल मार्च भी किया जायेगा।
अमन चैन की मांगी जायेगी दुआ
अलविदा के इस मौके पर मस्जिदों में अमन चैन की दुआ मांगी जायेगी। अलविदा की तैयारियां मस्जिदों में एक दिन पहले से ही की जा रहीं हैं। साफ सफाई धुलाई के साथ सजावट भी की गई हैं।