संवाद/ विनोद मिश्रा
बांदा। मंडल कारागार में बंद रहें डान मुख्तार की मौत कैसे हुई ,इस पर अनुमानतः पंद्रह दिनों में खुलासा हो जायेगा। इसकी सबसे अहम कड़ी है, उसके शव की विसरा रिपोर्ट। जिसे छह दिन पहले ही जांच के लिए लखनऊ भेजा गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार वैसे तो आम विसरा रिपोर्ट दो से तीन माह के भीतर आती हैं क्योंकि मुख्तार का मामला गंभीर है और तीन-तीन जांचें चल रही हैं, लिहाजा रिपोर्ट के 15 से 20 दिनों के भीतर में आने की संभावना है।
रिपोर्ट सामने आने के बाद ही पता चल सकेगा कि माफिया के परिजनों के आरोप कितने सही और कितने गलत हैं।
दूसरी ओर मुख्तार मौत मामले की जांच कर रही एसीजेएम प्रथम व एमपीएमएलए कोर्ट गरिमा सिंह ने सार्वजनिक नोटिस जारी कर कहा कि किसी भी व्यक्ति को इस संबंध में अपना बयान दर्ज कराना है तो वह 20 अप्रैल तक उनके समक्ष उपस्थित होकर दर्ज करा सकता है।