जीवन शैली

हमें समरसता के साथ संपूर्ण हिंदू समाज को स्वावलंबी बनाना है-आनंद

संघ के स्वयंसेवकों ने मनाया वर्ष प्रतिपदा का उत्सव
आगरा। नव संवत्सर के प्रारंभ और वर्ष प्रतिपदा के उत्सव को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने पूरे आगरा विभाग में बहुत ही उल्लास और परंपरा के अनुसार मनाया। विभाग की सभी शाखाओं में परम पवित्र भगवा ध्वज के समक्ष घोष ध्वनि के मध्य प्रातरू 7.15 पर एक साथ आद्य सरसंघचालक प्रणाम स्वयंसेवकों ने किया। इसी के साथ बौद्धिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया।
                        पश्चिम महानगर के वीर सावरकर नगर की श्री राम शाखा पर उपस्थित स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए विभाग प्रचारक आनंद जी ने कहा कि नववर्ष का प्रारम्भ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से ही माना जाता है और इसी दिन से ग्रहों, वारों, मासों और संवत्सर का प्रारंभ गणितीय और खगोल शास्त्रीय संगणना के अनुसार होता है। आज भी जनमानस से जुड़ी हुई यही शास्त्रसम्मत कालगणना व्यावहारिकता की कसौटी पर खरी उतरी है। आनंद जी ने कहा कि विक्रमी संवत किसी संकुचित विचारधारा या पंथाश्रित नहीं है। हमारी गौरवशाली परंपरा विशुद्ध अर्थो में प्रकृति के खगोलशास्त्रीय सिद्धातों पर आधारित है और भारतीय कालगणना का आधार पूर्णतया पंथ निरपेक्ष है।
                     आनंदजी ने कहा कि इस वर्ष प्रतिपदा का यह शुभ दिन भारत राष्ट्र की गौरवशाली परंपरा का प्रतीक है। क्योंकि इस वर्ष अयोध्याजी में प्रभू श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा हुई और 500 वर्ष बाद अयोध्या जी में जन्मभूमि मंदिर पर हम भव्य श्रीराम नवमी का उत्सव भी मनाएंगे। इसी चैत्र प्रतिपदा के दिन ही भगवान ब्रह्मा जी ने सृष्टि संरचना प्रारंभ की। राजा विक्रमादित्य ने श्रेष्ठतम राज्य स्थापित करने हेतु यही दिन चुना और विक्रम संवत की स्थापना हुई। भगवान श्री राम का राज्याभिषेक, गुरु श्री अंगद देव जी का जन्मदिन, स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना और युधिष्ठिर का राज्यभिषेक भी प्रतिपदा के दिन हुआ था। साथ ही संघ के संस्थापक पूजनीय डाॅ. हेडगेवार जी का जन्म दिन भी वर्ष प्रतिपदा के दिन हुआ। इसलिए आज के दिन स्वयंसेवक शाखा में आद्य सरसंघचालक प्रणाम कर नूतन संकल्प को धारण करते हैं।
                   आनंद जी ने कहा कि डॉ. साहब 15 वर्षों तक संघ के पहले सरसंघचालक रहे। इस दौरान संघ शाखाओं के द्वारा संगठन खड़ा करने की प्रणाली डॉ. साहब ने विचारपूर्वक विकसित कर हम स्वयंसेवकों का प्रदान की। आनंद जी ने कहा कि संघ अब 99 वर्ष का हो गया है। आने वाले दिनों में हमें समरसता के साथ संपूर्ण हिंदू समाज को स्वावलंबी बनाना है। संकल्प की शक्ति बड़ी शक्ति होती है। हम इस संकल्प को ध्यान में रखें, और परिस्थिति में जो अपने कर्तव्य का भान है उस पर कायम रहते हुए अपने स्वयंसेवकत्व का स्मरण रखकर आगे चलते रहें। हमें भारत माता का मान बढ़ाना है।
                    विभाग प्रचार प्रमुख मनमोहन निरंकारी ने बताया कि आगरा विभाग में 179 स्थान पर वर्ष प्रतिपदा के कार्यक्रम आयोजित हुए। प्रातः और सांय भी कई स्थानों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विभाग कार्यवाह सुनील दीक्षित, विभाग संघ चालक चैधरी राजेंद्र सिंह, सेवा भारती के विभाग संगठनमंत्री सुनील, अशोक कुलश्रेष्ठ, केशवदेव शर्मा,  संतोष, दिलीप गोयल, श्याम किशोर, सुनील जैन आदि उपस्थित रहे।