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मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने मनाया ईद और नवरात्र का अनोखा संगम, देशवासियों से कि मतदान की अपील

नई दिल्ली। हिंदुस्तान के इतिहास में 11 अप्रैल 2024, एक ऐतिहासिक तारीख बन कर उभरी है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने गंगा जमुनी तहजीब का मुजाहिरा पेश करते हुए मुहब्बत, इबादत और आस्था के रंग ईद और चैत्र नवरात्र को पूरे हर्ष व उल्लास के साथ मनाते हुए देश की एकता और अखंडता की मिसाल पेश की। इस मौके पर मंच के कार्यकर्ताओं ने देश भर में लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोकतंत्र के महापर्व को भी पूरी शिद्दत और गंभीरता के साथ मनाएं और मतदान जरूर करें। इस बात की जानकारी मंच के मीडिया प्रभारी शाहिद सईद ने दी।

नमाज और फतीहा:
महीने भर के रोज के बाद ईद का जोश देखते ही बनता था। सुबह की नमाज पढ़ने के साथ ही इसकी शुरुआत हो गई थी। लोगों ने सुबह-सुबह नए कपड़े पहनकर नमाज अदा करते हुए अमन और चैन की दुआ मांगी। इसके साथ ही एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी।मदरसों, मकबरों, खानकाहों और गरीबों में खाने पीने और जरूरत की चीज़ें बांटी गई। गुरुवार को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के देशभर में फैले लाखों कार्यकर्ताओं ने ने भी पूरे हर्ष व उल्लास के साथ ईद मनाई। इस दौरान लोगों ने नमाज के बाद एक दूसरे को बधाई दी और कब्रिस्तान जा कर अपने गुजरे हुए लोगों की याद में फतिहा भी पढ़ी। ईद के मुबारक मौके पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कार्यकर्ताओं ने सेवइयां और मिठाइयां बांटी तथा गरीबों में खाने, कपड़े और जरूरत की चीज़ें भी तकसीम की।

गरीबों में फितरा:
मंच के बहुत से कार्यकर्ताओं ने नमाज के पहले गरीबों में फितरा अदा किया। फितरा ईद की नमाज से पहले निकाला जाता है। जिस तरह जकात में मुसलमान अपनी नकदी और सोने के गहनों की कुल राशि का ढाई प्रतिशत निकालता है। वहीं फितरा में सवा दो किलो गेहूं या इसके बराबर की रकम दी जाती है। लकिन अगर आप साहिबे हैसियत यानी संपन्न या समर्थ हैं तो इससे काफी अधिक भी फितरा भी देते हैं।

नवरात्र के भोग:
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का मकसद हमेशा देश की उन्नति, प्रगति, एकता, अखंडता, संप्रभुता, समरसता में विश्वास रहा है। एकता की इसी मिसाल की अलख जगाते हुए मंच के कार्यकर्ताओं ने कई राज्यों में नवरात्र के भोग और प्रसाद वितरण का भी खैर खूबी और श्रद्धा के साथ इंतजाम किया गया। नई दिल्ली के पश्चिमी निजामुद्दीन में भोग वितरण का इंतजाम शाम चार बजे से किया गया। इसमें खास तौर से नवरात्र के हिसाब के सात्विक व्यंजन बनाए गए थे। इसका आयोजन महिला प्रमुख शालिनी अली और मंच की इकाई हिंदुस्तान फर्स्ट हिंदुस्तानी बेस्ट के राष्ट्रीय संयोजक बिलाल उर रहमान ने किया था। इस आयोजन में हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह के अमीन ने भी शिरकत की।

मतदान की अपील:
ईद और नवरात्र की खुशी और आस्था के बीच मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने जनमानस से वोट डालने की खास तौर से अपील की। मंच के कार्यकर्ताओं ने लोगों को देश की तरक्की और कामयाबी के लिए, विकसित भारत के लिए अपने मतदान के अधिकार को इस्तेमाल के लिए प्रतीत किया। मंच ने इस बात की भी सीख दी कि वोट के लिए कभी भी किसी के हाथों न बिकें। मतदान के लिए किसी का दबाव नहीं, बस देश सर्वोपरि है।

ईद मिलन 24 को:
ईद से दो दिनों पहले मंच की देर रात हुई ऑनलाइन बैठक में ईद, नवरात्र, ईद मिलन, गरीबों में समानों के बांटे जाने और नवरात्र के भोग, एवं अनेकों मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। चर्चा में मंच के सभी केंद्रीय पदाधिकारी, राज्यों, प्रांतों एवं जिले से जुड़े लोग मौजूद थे। बैठक की अध्यक्षता मोहम्मद अफजाल ने की थी। जिसे मंच के राष्ट्रीय संयोजक शाहिद अख्तर ने आगे बढ़ाया और विस्तृत बिंदुओं को रखा। बैठक में सर्व सहमति से फैसला किया गया कि हर साल की तरह मनाया जाने वाला ईद मिलन 24 अप्रैल दिल्ली के गांधी दर्शन में मनाया जाएगा।कार्यक्रम में अनेकों विद्वान एवं बुद्धिजीवी शिरकत करेंगे। बैठक में गिरीश जुयाल, विराग पचपोर, एसके मुददीन, अबु बकर नकवी, मजहिर खान, माजिद तालिकोटी, इरफान अली पीरजादा, रेशमा हुसैन, बिलाल उर रहमान, शालिनी अली, शाहिद सईद, सैयद रज़ा हुसैन रिजवी, ठाकुर राजा रईस, फैज खान, फारूक खान, इमरान चौधरी, हाजी मोहम्मद साबरीन, खुर्शीद रजाका, शमसुल हक, शफाकत कादरी, महताब आलम, मीर नजीर, हसन नूरी समेत अनेकों कार्यकर्ता शामिल थे।