राजस्थान

ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर हुई भगदड़

 

भीड़ में महिला ज़ायरीन दबी

भीड़ में आवारा पशु घूमते नजर है

गनीमत रही कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई

ख्वाजा साहब के पीरो मुर्शिद हजरत ख्वाजा उस्मान हारूनी  का दो दिवसीय उर्स सम्पन्न हुआ

संवाद। मोहम्मद नज़ीर क़ादरी

अजमेर । ख्वाजा साहब की दरगाह में ख्वाजा साहब के पीरो मुर्शिद हजरत  ख्वाजा उस्मान हारूनी का दो दिवसीय उर्स के मौके पर देश भर से आना-जाना लगा हुआ हैं
ख्वाजा साहब की दरगाह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत ही प्रमुख दरगाह में से एक है।
यहां देश-विदेश से ज़ायरीन दरगाह में ज़ियारत के लिए आते हैं हर महीने छठी शरीफ की दुआ दरगाह में होती है इस बार वह दुआ ख्वाजा साहब के पीरो मुर्शिद हजरत ख्वाजा उस्मान हारवनी के उर्स होने के कारण इस बार काफी संख्या (तादाद ) में जायरीनो का आना हुआ हैं
दरगाह क्षेत्र में चारों तरफ भीड़ भाड़ नजर आ रही है आज छठी की दुआ के बाद भीड़ बढ़ जाने के कारण भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई जिसके कारण कई महिला वृद्ध जायरीन भीड़ में दब गए गनीमत रही कोई अनहोनी नहीं हुई ज़ायरीन अपने छोटे बच्चों को कंधों पर उठाकर दिखाई दे रहे थे भीड़ बढ़ने के कारण छोटे बच्चे भीड़ में दब ना जाए जिसके कारण परिजनों ने उन्हें अपने हाथों से बच्चों के हवा में ऊपर उठा लिया । भीड़ में आवारा पशु भी घुस गए बड़ी मुश्किल से पुलिस ने आवारा पशुओं को भीड़ से दूर किया।
लेकिन के आवारा पशु गलियों से निकल निकल के भीड़ में आ रहे थे आवारा पशुओं से बचते हुए नजर आए
दरगाह के ख़ादिम सैयद नफ़ीस चिश्ती ने बताया जिला प्रशासन ,पुलिस प्रशासन की लापरवाही से दरगाह क्षेत्र में कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है की ख्वाजा साहब की दरगाह विश्व में प्रसिद्ध है और आज उनके गुरु के उर्स के मौके पर देश-विदेश से ज़ायरीन आए हुए हैं विडमेट कभी आवारा पशु निकाल कर आ जाता है कभी मोटरसाइकिल कोई आदमी आता है ऐसे में अगर कोई भीड़ मे से कोई बेकाबू होकर वाहन चालक से उलझ जाए या आवारा पशु को हटाने की कोशिश करें और कोई दुर्घटना हो जाए तो उसका जिम्मेदार कौन होगा हर महीने लाखों की संख्या में जायरीनो का छट्टी की दुआँ में आते है और प्रतिदिन हजारों की संख्या में जायरीनो का आना-जाना लगा रहता है जिला प्रशासन को इन कमियों पर ध्यान देना चाहिए ।

दरगाह के ख़ादिम फ़रीद महाराज ने बताया कि दिन प्रतिदिन जायरीनो का ख्वाजा साहब की दरगाह में आना-जाना लगा रहता है यहां आ व्यवस्थाओं का अंबार हैं यहां अंजुमन सैयदजादगान कमेटी ,दरगाह कमेटी व शेखजादगान कमेटी होने के बाद भी जायरीनो को पूरे दरगाह क्षेत्र में हर तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है
ख्वाजा साहब के पीरो मुर्शिद हजरत ख्वाजा उस्मान हारूनी  का दो दिवसीय उर्स सोमवार रात से शुरू हो गया। उर्स में शिरकत के लिए बड़ी संख्या में अकीदतमंद पहुंचे। देर रात तक सजी महफिल में कव्वालों ने सूफियाना कलाम पेश किए। आज मंगलवार को कुल की रस्म अदा के बाद उर्स का समापन हुआ खुद्दाम ए ख्वाजा द्वारा छठी की फातिहा दिलाई जाएगी और लंगर बाटा गया ।