संवाद। तौफीक फारूकी
फर्रुखाबाद संसदीय सीट पर अब तक हुए लोक सभा चुनाव में तीन बार मुस्लिम उम्मीदवार विजयी घोषित हुए। तीनों बार खुर्शीद परिवार ने ही इस सीट पर जीत दर्ज कराई। एक बार उनके पिता खुर्शीद आलम पहले मुस्लिम सांसद चुने गए। इसके बाद दो बार सलमान खुर्शीद ने जीत दर्ज कराई। इसके बाद कोई मुस्लिम नेता इस सीट से विजयी नहीं हुआ।
राजनीति की बात करें तो मुस्लिम नेताओं ने अपने पैर जमाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पर यहां से केवल तीन बार ही मुस्लिम सांसद हुए। चुनाव के 32 साल बाद पहली मर्तबा 1984 में यहां से मुस्लिम प्रत्याशी को विजयश्री मिली। इस चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति जाकिर हुसैन के दामाद खुर्शीद आलम जीते थे। वह कर्नाटक व गोआ के राज्यपाल भी रहे। इसके बाद दो बार 1991 व 2009 में उनके पुत्र पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद चुने गए।
खास बात यह कि तीन बार के विधायक धुंआधार नेता रहे अनवार मोहम्मद खां ने लोकसभा के चार चुनाव लड़े। चारों में उन्हें मुंह की खानी पड़ी। अन्य मुस्लिम नेता भी हारते रहे। सलमान खुर्शीद दो बार जीते जरूर पर वह पांच व उनकी पत्नी लुईस खुर्शीद को दो बार शिकस्त झेलनी पड़ी।
मुस्लिमों से पहला लोकसभा चुनाव स्वतंत्र पार्टी के एसएम अहमद ने 1967 में लड़ा। इस चुनाव में अवधेश सिंह जीते थे। एसएम अहमद 5.4 प्रतिशत वोट के साथ पांचवें स्थान पर रहे। 1971 में अनवर बख्त निर्दलीय उतरे। दूसरी बार सांसद बने अवधेश सिंह ने अनबर बख्त को आखिरी सात नंबर पर पहुंचा दिया। 1977 में रिपब्लिकन पार्टी से सदीक नाबाज ने भाग्य आजमाया।
दयाराम शाक्य चुनाव जीते। 9164 मत के साथ सदीक नवाज चौथे नंबर पर रहे। वहीं 1974,1980 व 1989 में विधायकी जीते तेजतर्रार अनवार मोहम्मद खां ने चार बार मुंह की खाई। 1980 में पहली बार वह निर्दलीय उतरे। 64702 वोट ले चौथे नंबर पर रहे। दूसरी बार 1984 में लोकदल की टिकट पर 80711 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे। यह चुनाव खुर्शीद आलम खान ने जीतकर 32 साल बाद पहला मुस्लिम सांसद बनने का कारनामा किया।
1991 में अनवार खां ने तीसरा चुनाव हारा।इस चुनाव में खुर्शीद आलम के पुत्र पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने अनवार मोहम्मद को 38150 मतों से दूसरे स्थान पर धकेल दिया। सलमान अपने पिता के बाद दूसरे मुस्लिम सांसद बने। 1996 में अनवार मोहम्मद खां समाजवादी पार्टी की टिकट ले चौथी बार चुनाव में उतरे।
इस चुनाव में भाजपा के फायर ब्रांड नेता साक्षी महाराज ने उन्हें 184978 वोटों से हरा दिया। सलमान खुर्शीद दो बार चुनाव जीते जरूर। पर 1989, 1996, 1998, 2014 व 2019 के कुल 5 चुनाव हारे। उनकी पत्नी विधायक रहीं लुईस खुर्शीद सांसद नहीं बन सकीं। उन्हें 1999 व 2004 के चुनाव में हार मिली।