तपिश और गर्म हवाओं के थपेड़ों से जनजीवन हुआ बेहाल
संवाद।। तौफीक फारूकी
फर्रुखाबाद भगवान श्री भाष्कर की आग उगलती किरणे व पवन के गर्म थपेड़ो से पूरा जिला तपिश से दहक रहा है। गुरूवार को सुबह से ही सूर्य की तीखी किरणें बदन को झुलसाना शुरू कर दिया,दोपहर होते-होते सड़कों पर चलना भी दूभर हो गया। गर्मी के कारण आम जनमानस के साथ ही पशु पक्षियों की हालत भी खराब है। मई-जून का महीना भले ही अभी न शुरू हुआ हो,लेकिन गर्मी पूरे शबाब पर है। गुरूवार को सुबह आठ बजने के साथ ही सूर्य की तपिश जारी हो गई और गर्म हवा ने अपना विकराल रूप धारण कर लिया|10 बजते-बजते घरों से निकलना मुश्किल हो गया।वहीं दोपहर के 12 बजे तक सूर्य की किरणें इतनी तीखी हो गई कि सड़कों पर चलना दूभर हो गया।गुरूवार को जनपद का अधिकतम तापमान लगभग 39 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान लगभग 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंखा व कूलर भी बढ़ती तपिश में राहत नहीं दे पा रहे थे।हवा के गर्म थपेड़े ऐसे वार कर रहे थे जैसे कि बदन झुलस रहा हो। यूं तो सड़कों में आम दिनों की अपेक्षा सन्नाटा रहा। आवश्यक कार्य में ही लोग बाहर निकले। रेलवे स्टेशन व बस स्टाप में यात्री बेहाल दिखे|
कृषि मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि 20 अप्रैल के बाद से ही इस साल लू का मौसम सक्रिय होने के संकेत मिल रहे हैं। इससे लोगों में गर्मी से संबंधित बीमारियां और कृषि उत्पादन पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।पानी की कमी होने और ऊर्जा की मांग बढ़ने से पारिस्थितिकी तंत्र और वायु गुणवत्ता प्रभावित होगी।