भागलपुर। विश्व मलेरिया दिवस पर भागलपुर चैप्टर भारतीय पोषण संघ एवं सफाली संस्था के संयुक्त तत्वाधान में सेमिनार सह वेबीनार का आयोजन सफाली परिसर में किया गया। आयोजन की शुरुआत स्वागत गान की प्रस्तुति उपरांत आयोजन सचिव गुलअफशा परवीन ने अतिथियों का स्वागत किया गया ।
बेबीनार का उद्घाटन प्रो डॉ इंतेखाबुर रहमान विभाग अध्यक्ष मनोविज्ञान विभाग बीएन मंडल यूनिवर्सिटी मधेपुरा के द्वारा विधिवाद उद्घाटन किया गया उद्घाटन भाषण में उन्होंने मलेरिया के संकट के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि सब मिलकर विश्व से मलेरिया को खत्म कर सकते हैं इसके लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है।
वहीं मुख्य अतिथि प्रो डॉ फारूक अली पूर्व कुलपति जयप्रकाश यूनिवर्सिटी छपरा ने अपने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन द्वारा कहा कि मलेरिया रोमन और ग्रीस अंपायर के स्थापना काल से चर्चा करते हुए 2024 तक भारत में मलेरिया उन्मूलन के कगार पर पहुंचने की चर्चा की। मलेरिया एनाफिलीज जाति के संक्रमित मादा मच्छरों द्वारा जीवाणु मानव शरीर में पहुंचाया जाता है जिसका जीवन चक्र मानव रक्त, यकृत एवं मच्छर के शरीर में पूरा होता है इससे बचने के सामूहिक उपाय ही कारगर होंगे। पूरे दुनिया में समान रूप से मलेरिया का उन्मूलन करने के लिए प्रयास की आवश्यकता है। भारत के 36 राज्य और केंद्र शासित राज्यों में कुछ ही में मलेरिया का संक्रामकता दर एक से अधिक है इसे एक से कम करने की जरूरत है वही बिहार इसमें अग्रणी है।
वही डॉक्टर शाहिदा खानम ने भी सामुदायिक एवं सामूहिक प्रयास पर बल दिया। इजराइल से जुड़कर डॉ विद्युत आत्मा ने मलेरिया उन्मूलन में भारत के प्रयास की सराहना की और विश्व स्तर पर इसे बढ़ाने पर बल दिया।
वही श्रुति सुमन, काजल कुमारी एवं नेहा ने भी मलेरिया उन्मूलन अभियान को घर और पड़ोस से जोड़ने की बात की। अपने अध्यक्ष संबोधन में डॉ शेफाली ने मलेरिया के दौरान में आहार और व्यवहार पर विस्तार से प्रकाश डाला अन्य वक्ताओं ने भी अपने-अपने विचार रखे।
इस अवसर पर मलेरिया उन्मूलन पर पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित हुई जिसकी निर्णायक की भूमिका प्रो. डॉ. इंतेखाबूर रहमान ने किया जिसमें प्रथम यासमीन परवीन, द्वितीय भावना कुमारी, तृतीय राधिका कुमारी एवं चतुर्थी अलीशा रही। धन्यवाद ज्ञापन राहुल कुमार ने किया।