आगरा। समाज सेवी व अंजुमन निशात-ए-अदब संस्था के महासचिव मरहूम सैयद खादिम अली हाशमी साहब की 40वीं फातिहा महफिल मिलाद शरीफ का आयोजन किया गया। मिलाद मौलाना सैयद अबरार अली, अब्दुल रशीद, सैफ अली ने पढ़ा और उज़ैर हाशमी ने तनवीर मुस्तफा की नात व सलाम पेश किया।
मौलाना सैयद अबरार अली ने नबी करीम की जिंदगी पर रोशनी डाली। नमाज और कुरान को पढ़ने और समझने की हिदायत दी गई। साथ ही उन्होंने कहा कि महफिले मिलाद का आयोजन सिर्फ किसी के निधन पर ही नहीं बल्कि सामान्य दिनों में भी किया जा सकता है।
इस मौके पर मास्टर मुईनुद्दीन, पूर्व लेखपाल दिलशाद खान, जीशान निज़ाम, तहसीन, शाहीन, जावेद, नावेद, अनवर अली, हाज़िक, नफीसुद्दीन, शहजाद खान, फारूक खान, अज़हर उमरी समेत कई लोग मौजूद रहे।
कैप्शन: महफिले मिलाद शरीफ में बोलते मौलाना सैयद अबरार अली।
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