उत्तर प्रदेशराजनीति

एवीएम प्रशिक्षण में जिज्ञासुओं नें की प्रश्नों की बौछार  संचालन की समझी बारीकी

संवाद/ विनोद मिश्रा


बांदा। ईवीएम मशीन का प्रशिक्षण उत्सुकता का सबब सा बन गया। ईवीएम विवादों के कथित घेरे में रहने के कारण प्रशिक्षणार्थी इसकी बारीकी समझने के प्रति सजग दिखे। जिला निर्वाचन अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने लोकसभा निर्वाचन कार्य हेतु ईवीएम मशीन के कमीशनिंग के प्रशिक्षण में लगे कर्मचारी एवं अधिकारियों को जेएनपीजी कॉलेज में आवश्यक दिशा निर्देश दिए। प्रशिक्षण में लगे लेखपाल ,कानूनगो ,नायब तहसीलदार एवं राजस्व से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए कि इस प्रशिक्षण को गंभीरता से समझ ले। वीवीपैट, बैलट यूनिट तथा कंट्रोल यूनिट को जोड़ने से संबंधित कार्यों एवं अन्य महत्वपूर्ण बताए गए सभी कार्यों को पूर्ण रूप से समझ कर संपन्न करेंगे।


डीएम नें यह भी निर्देश दिए की यह कार्य एआरओ की देखरेख में होगा। कर्मचारियों से कहा कि प्रशिक्षण में यदि किसी प्रकार की, उन्हें पुनः जानकारी लेनी हो तो अपने प्रश्नों को लगातार पूछ कर समझ लें। इस महत्वपूर्ण कार्य को संपादित करने के समय कमिश्निंग कार्य के समय कोई भी कर्मचारी मोबाइल फोन लेकर नहीं जाएगा, अपना परिचय पत्र साथ रखेंगे। सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की जाएगी। वीडियोग्राफी भी होगी। प्रशिक्षण में कर्मचारियों को बैलट यूनिट एवं कंट्रोल यूनिट में एड्रेस टैग लगाए जाने, कैंडिडेट सेट करने, मशीन को सीलिंग किए जाने , वीवीपैट को ले जाते समय पेपर सेट करने, बैटरी लेवल का स्टेटस ध्यान रखने तथा अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के संबंध में प्रशिक्षण प्रदान दिया गया।

प्रशिक्षण में प्रधानाचार्य आईटीआई ने कर्मचारियों को कमिश्निंग कार्य के संबंध में बिंदुबार जानकारी दी। प्रशिक्षण संबंधित प्रश्नों पर उनकी जिज्ञासाओं का निस्तारण भी किया।
प्रशिक्षण के समय अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार, उप जिलाधिकारी सदर बबेरू सहित उपनिदेशक कृषि विजय कुमार, प्रधानाचार्य आईटीआई सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहेl