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बांदा में चुनावी समीकरण बिगाड़ सकती है बिजली की हो रही बेशुमार कटौती


संवाद/ विनोद मिश्रा


बांदा। बिजली की भीषण कटौती भाजपा के लिये लोकसभा चुनाव में भारी पड़ सकती है ! अप्रैल में पड़ रही गर्मी से सभी लोग परेशान हैं। यह परेशानी उस समय दोगुनी हो जाती है जब दिन में बिजली बार-बार गुल होने लगी है। ट्रिपिंग के नाम पर बिजली विभाग आधा से तीन तीन घंटे तक कटौती कर रहा है। तापमान बढ़ने से बिजली खपत भी बढ़ी है। चौंकाने वाली बात है कि जब बिजली कटौती को लेकर अधिकारियों को लोग फोन करते हैं तो उनका सीयूजी नंबर मिलता ही नहीं, अगर मिलता है जो उठाने से गुरेज करते हैं। पूरे बिजली नें रुलाया। मई शुरू के साथ बिजली लाइनों का ट्रिप होना थमा नहीं है। हर दिन शहर के किसी न किसी हिस्से में सुबह, दोपहर और रात को फॉल्ट का क्रम जारी है। बिजली की कटौती का असर मतदाताओं पर होता दिखता है।


उनका कहना है की भाजपा शासन में बिजली कटौती पर अंकुश नहीं लग सका। लाईन बदलने के नाम पर करोड़ों मिलें पर अन्तर्यामी विभाग में जाकर अदृश्य सा हो गये। बांबेस्वर फीडर तो रोज नाराज रहता है। कटौती का सरताज हो गया है। इससे जुड़ें मोहल्लों में घंटों बिजली आपूर्ति ठप रहना आम बात है।शहर में कई जगहों पर दिन में सुबह से हर घंटे बिजली ट्रिपिंग की समस्या है। इस दौरान सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक कम से कम पांच बार बिजली कटी। कभी 40 मिनट तो कभी एक घंटे।


इस संबंध में जब उपभोक्ताओं ने जिम्मेदारों के सीयूजी नंबरों पर फोन किया तो पहले तो मिला नहीं, कुछ देर बाद फोन मिला भी दूसरी तरफ से काम की बात कहकर फोन काट दी गई। सूत्रों की मानें तो इन दिनों बिजली का खपत औसत से अधिक है। लाइनों में फॉल्ट की शिकायतें शुरू हो गई हैं। नये ट्रांसफार्मर मिलने के बावजूद समस्या का निदान नहीं हो पा रहा।